रीट कटऑफ में नंबर के बाद अब भी नियुक्ति के संकट आया सामने,मेरिट वालों को मिलेगा मौका - Khulasa Online रीट कटऑफ में नंबर के बाद अब भी नियुक्ति के संकट आया सामने,मेरिट वालों को मिलेगा मौका - Khulasa Online

रीट कटऑफ में नंबर के बाद अब भी नियुक्ति के संकट आया सामने,मेरिट वालों को मिलेगा मौका

बीकानेर REET-21 के लेवल वन की कटऑफ में अगर आपका नंबर आता है तो ये टीचर पद पर नियुक्ति का आधार नहीं है। नियुक्ति पाने वाले कैंडिडेट के मार्क्स इस कटऑफ से भी काफी ज्यादा होंगे। एक्सपर्ट का मानना है कि जनरल कैटेगरी में 135 या उससे अधिक अंक वालों की नियुक्ति तय मानी जा रही है। हालांकि शिक्षा विभाग ने 130 कटऑफ माना है।

कटऑफ मार्क्स में ऐसे आएगा अंतर
दरअसल, सामान्य वर्ग में महिला व पुरुष का कटऑफ मार्क्स 130 दिया गया है। एक्सपर्ट की मानें तो ये 135 या इससे भी ज्यादा हो सकता है। दरअसल, दोगुना कैंडिडेट होने के कारण 130 से 134 अंक पर ही सबसे ज्यादा कैंडिडेट्स होंगे। इन्हें नियुक्ति का अवसर नहीं मिलेगा। सामान्य पदों पर पहली नियुक्ति मेरिट में सबसे ज्यादा अंक लाने वाले कैंडिडेट को मिलेगी। इसी तरह आगे के पद भरे जाएंगे। ऐसे में अभी तय नहीं है कि नियुक्ति पाने वाले का कटऑफ मार्क्स क्या होगा।

अब आगे ये प्रोसेस
शिक्षा विभाग ने जिलावार सूची तैयार कर ली है। ये सूची आज-कल में सभी जिलों में पहुंच जाएगी। ऐसे में सभी कैंडिडेट्स को अपने वो डॉक्यूमेंट चेक करवाने होंगे जो उन्होंने ऑनलाइन में बताए थे। अगर किसी डॉक्यूमेंट में अब कमी रही तो कैंडिडेट नियुक्ति से वंचित हो जाएगा। ये सूची बनने पर लिस्ट वापस शिक्षा निदेशालय आएगी। यहां से इस लिस्ट को पूरे स्टेट के आधार पर तैयार किया जाएगा। फिर सभी जिलों को मेरिट के आधार पर चयनित कैंडिडेट्स के नाम भेजे जाएंगे। जिले में जिस कैंडिडेट के मार्क्स ज्यादा हैं, उसे प्राथमिकता से पोस्टिंग दी जाएगी। सभी चयनित उम्मीदवारों की पहली नियुक्ति रूरल एरिया में होगी। बड़ी संख्या में जिले से बाहर भी नियुक्ति मिल सकती है।

हर जिले में पांच टीम
शिक्षा निदेशालय ने डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन के लिए हर जिले में पांच टीम बनाने के निर्देश दिए हैं ताकि जल्द ही डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन हो सके। अगर कहीं कैंडिडेट्स ज्यादा है तो छह टीम भी बनाई जा सकती है।

अन्य राज्यों के कैंडिडेट बीकानेर आएंगे
राजस्थान के कैंडिडेट्स को अपने जिले में ही डॉक्यूमेंट दिखाने होंगे, जबकि राज्य से बाहर के कैंडिडेट्स को बीकानेर आकर अपने डॉक्यूमेंट दिखाने होंगे। अन्य स्टेट के डॉक्यूमेंट का वैरिफिकेशन संबंधित यूनिवर्सिटी से भी किया जा सकता है। कई बार टीम बनाकर यूनिवर्सिटी में बीकानेर से ही कर्मचारी भेजे जाते हैं, ताकि ये स्पष्ट हो जाए कि डिग्री फर्जी तो नहीं है।

इसलिए डबल कैंडिडेट्स
दरअसल, पूर्व में हुई नियुक्तियों में शिक्षा विभाग पदों के आधार पर ही डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन करवाता था। ऐसे में अयोग्य पाए गए कैंडिडेट्स की जगह दूसरे कैंडिडेट्स को बुलाने में समय लगता था। ऐसे में अब एक साथ ही डॉक्यूमेंट वैरिफाई करके कमी वाले अलग कर दिए जाएंगे और इसके बाद बचे उम्मीदवारों को उपलब्ध पदों पर नियुक्ति दी जाएगी।

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