
जिले के इस तहसील में इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ेगी जल्द ही,युद्धस्तर पर हो रहा है काम






नोखा.। वह दिन दूर नहीं, जब नोखा की रेल पटरी पर भी इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ेगी। इसी के मद्देनजर मेड़ता रोड से बीकानेर खंड पर रेल विद्युतीकरण का कार्य प्रगति पर है। बीकानेर से नोखा तक ओएचई लाइन के खम्भों का फाउंडेशन कार्य हो गया है और पोल भी खड़े कर दिए गए हैं। रायसर रेलवे फाटक के पास बिजली लाइन मेंटीनेंस शेड बनाया गया है। रेल विद्युतीकरण का कार्य तेजी से करवाया जा रहा है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो 2024 तक पूरा जोधपुर रेलवे मंडल ही इलेक्ट्रिफाइड हो जाएगा और सभी गाडिय़ां इलेक्ट्रिक इंजन से संचालित होंगी। रेलवे सूत्रों के अनुसार वर्तमान में जिस तीव्र गति से रेल विद्युतीकरण का काम चल रहा है, उस हिसाब से मेड़ता से बीकानेर खंड पर रेल विद्युतीकरण का कार्य दिसंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा। बाद में आगे का रेल विद्युतीकरण कार्य पूरा होने पर इलेक्ट्रिक गाडिय़ां संचालित हो सकेंगी।
बचेगा यात्रियों का समय, रेलवे को भी होगा फायदा
वर्तमान में बीकानेर से जोधपुर तक डीजल इंजन की ट्रेन संचालित की जा रही हैं। इस मार्ग पर रेल विद्युतीकरण का कार्य चल रहा है, यह पूरा होने के बाद इलेक्ट्रिक इंजन की गाडिय़ां दौड़ेंगी। इलेक्ट्रिक ट्रेन तेज स्पीड में दौडऩे से उसे एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन पर पहुंचने में कम समय लगेगा। इससे यात्री अपने गंतव्य स्थान पर जल्दी पहुंच सकेंगे और उनका समय बचेगा। प्रदूषण में भी कमी आएगी। इसके साथ ही यह इंजन काफी पॉवरफुल होने से मालगाडिय़ों काफी माल लोडकर ले जा सकेंगी, तो रेलवे को भी फायदा होगा।
प्रतिदिन 16 ट्रेन और सप्ताहभर में 48
वर्तमान में प्रतिदिन नोखा से होकर 16 ट्रेन गुजरती हैं। इसमें आठ ट्रेन अप-डाउन चलती हैं। वहीं, सप्ताहभर में कुल 48 ट्रेन चलती हैं। जो बड़े शहरों को आती-जाती हैं। इन ट्रेनों में रोजाना हजारों यात्री सफर करते हैं। इस रेलवे मार्ग पर इलेक्ट्रिक गाडिय़ां चलने से यात्रियों को काफी फायदा मिलेगा, उनके सफर का समय कम हो जाएगा और वे जल्दी अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच सकेंगे।


