ईसीबी कर्मचारियों की वेतन की आशा टूटी, जनवरी तक नहीं मिल सकता वेतन






बीकानेर। ईसीबी कॉलेज में पिछले दो महिनों को वेतन कर्मचारियों को नहीं मिलने से परेशान कर्मचारियों की शुक्रवार को एक उम्मीद बनी थी कि बीटीयू से कुछ राहत मिल सकती है। लेकिन जयपुर में शासन सचिव में हुई बैठक में ये आश भी टूटती नजर आई। बीटीयू के अधिकारियों ने कहा कि हम हमारी फायनेशल कमेटी के आगे इस बात रखेंगे उसके बाद ही रुपये देने संभव हो सकता है इसका मतबल साफ- साफ है बीटीयू रुपये नहीं देंगा। अगर बीटीयू ईसीबी को रुपये नहीं देता है तो ईसीबी में कार्यरत शैक्षणिक व अशैक्षणिक कर्मचारियों को अभी जनवरी तक वेतन के लिए तरसना पड़ सकता है। क्योंकि जनवरी माह में बच्चों की फिस आयेगी तब ही कुछ हो सकता है। सूत्रों से ऐसी खबर भी मिली है कि ईसीबी के प्राचार्य को कहा गया है जिस विभाग में बच्चे कम है और प्रोफेसर ज्यादा है तो उन विभागों को बंद कर दिया और कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दो जिसमें एमबीए जैसे कई विभाग है जहां नाम मात्र के छात्र है।अगर ऐसा होता है तो ईसीबी से एक बार फिर सैकड़ों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता देखना पड़ सकता है।
हो सकती है प्राचार्य की छुट्टी
सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि कुछ ही दिनों में ईसीबी के प्राचार्य की भी छुट्टी हो सकती है इसका मुख्य कारण रिकवरी नहीं होना और इनके कार्यकाल में सबसे ज्यादा भ्रष्टचार होना बताया जा रहा है।
नोटिसों पर एक भी रुपये जमा नहीं
बैठक में जब प्राचार्य महोदय से पूछा गया कि रिकवरी कितने रुपये की हुई तो उनके पास कोई संतोष जनक जबाब नहीं थ इस पर शासन सचिव ने कहा कि आप रिकवरी करों और अपना काम चलाओं। सरकार के पास फिलहाल अभी कोई ऐसा साधन नहीं है जिससे की कर्मचारियों के वेतन का स्थाई समाधान हो सके।
ईसीबी मांग रहा है अपना पैसा
ईसीबी ने बीटीयू बनी उस समय 3 करोड़ रुपये के करीब बीटीयू को दिये थे वो रुपये मांग रहे है बताया जा रहा है उस पर सहमति नहीं बनी है बीटीयू के रजिस्ट्रार ने फिलहाल डेढ़ करोड़ रुपये देने की बात कही है उसके लिए भी पहले अपने फायनेशलन कमेटी में बैठक कर पस्ताव पास होने पर ही दिया जायेगा अन्यथा नहीं दिया जा सकता।

