
प्रतियोगिताओं में लगने वाली ड्यूटी में अधिकतर कर्मचारी रहते है नदारद, पढ़े यह खास खबर





प्रतियोगिताओं में लगने वाली ड्यूटी में अधिकतर कर्मचारी रहते है नदारद, पढ़े यह खास खबर
बीकानेर। राजस्थान में इन दिनों स्कूली खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें जिला स्तर से लेकर राज्य स्तर तक की प्रतियोगिताएं आयोजित हो रही है। इसको लेकर शिक्षा विभाग भी पूरी तरीके से एक्टिव मोड में नजर आ रही है। जहां अलग-अलग जगह पर पीटीआई, खेलकूद से जुड़े शिक्षक और अन्य शिक्षकों की खिलाड़ियों और टीमों के साथ में ड्यूटी लगाई गई है। बाहर जाने वाली टीमों और खिलाड़ियों के साथ इनको भेजा जा रहा है। जिला स्तर पर भी अलग-अलग स्कूलों में जिम्मेदारियां सौंप गई है, लेकिन यहां पर कुछ जगहों को छोड़ दिया जाए तो शिक्षक या फिर पीटीआई आते तो जरूर है लेकिन सिर्फ रजिस्टर में साइन कर कर वापस निकल जाते हैं।
कई बार तो स्थिति यह होती है की खिलाड़ियों को किसी भी तरह की कोई समस्या हो तो वह उन जिम्मेदारों को इधर-उधर ढूंढते हुए ही नजर आते हैं। जरुरत के समय वह मिलते नहीं है इस वजह से खिलाड़ी परेशान होते रहते है। जबकि इसको लेकर जिला शिक्षा अधिकारी को इसकी जांच करनी चाहिए। मौके पर जाना चाहिए। जहां पर ड्यूटी कर रहे हैं वहां का तो निरीक्षण हो ही रहा है लेकिन उन जगहों का निरीक्षण नहीं किया जा रहा जहां पर जिम्मेदार नदारद नजर आ रहे हैं। ऐसे में इन स्कूलों में जाकर निरीक्षण करना अनिवार्य है ताकि बच्चों को किसी भी तरह की कोई समस्या का सामना नहीं करना पड़े। कई जगहों पर तो ऐसे लग रहा है की ड्यूटी मानों मौज मस्ती या घूमने के लिए लगी हो।

