
दो छात्रनेताओं की प्रतिष्ठा का सवाल बनी डूंगर कॉलेज की सीट, पूर्व छात्रनेताओं का सहारा






निखिल स्वामी की ग्राउंड रिपोर्ट
बीकानेर. जिस तरह फिल्म में क्लाइमेक्स व दिलचस्प मोड आता है, उसी तरह छात्रसंघ चुनाव में इनदिनों दिलचस्प मोड़ आया हुआ है। राजस्थान की सबसे बड़ी कॉलेज राजकीय डूंगर महाविद्यालय में एनएसयूआई में दो फाड़ होने के बाद दो छात्रनेताओं की प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है। ये दोनों छात्रनेता अब सोशल मीडिया के सहारे एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू कर दिया है। साथ ही वे अपनी उपलब्धियां व संघर्ष के दिनों को याद दिलाकर छात्रों से वोट मांगने की अपील कर रहे है। एनएसयूआई के वर्तमान जिलाध्यक्ष सुन्दर बैरड़ ने एनएसयूआई से बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थन में वोट मांगने की अपील कर रहे है, वहीं एनएसयूआई के पूर्व जिलाध्यक्ष रामनिवास कूकणा ने एनएसयूआई के राष्ट्रीय नेतृत्व से टिकट लेकर हरिराम गोदारा को एनएसयूआई का प्रत्याशी बनाया है। ऐसे में वर्तमान जिलाध्यक्ष के कैंडिडेट को टिकट नहीं मिलने से नाराजगी खुलकर सामने आ गई है। एक-एक वोट के लिए ये छात्रनेता सुबह से देररात तक घर-घर प्रचार-प्रसार में लग गए है। मंगलवार रात को ही शहर में विद्यार्थियों से वोट देने की अपील करने के लिए एनएसयूआई के प्रत्याशी घूमते रहे। इन छात्रनेताओं के समर्थन में पूर्व छात्रनेता भी अब मैदान में उतर आए है साथ ही विभिन्न समाज के मौजिज लोगों को भी अपने साथ लेकर शहर में घूमते हुए नजर आए है। इसके अलावा जातिगत समीकरण बैठाने के लिए विपक्ष के नेताओं की मदद भी ली जा रही है। जिससे शहर के वोट एनएसयूआई के पक्ष में मिल सकें। जातिगत समीकरण बैठाने के लिए विभिन्न जाति केमौजिज लोगों व समाज के नेताओं को लेकर घर-घर प्रचार-प्रसार कर रहे है।
कई बड़े राजनेताओं के कार्यकर्ता भी कूद पड़े मैदान में
बीकानेर जिले के कई बड़े राजनेताओं के कार्यकर्ता व उनके परिवार के सदस्य भी इस छात्रसंघ चुनाव में कूद पड़े है। बीकानेर जिले के कैबिनेट मंत्री भी अपने कार्यकर्ताओं के पसंदीदा कैंडिडेट के समर्थन के लिए परिवार के सदस्यों व कई कार्यकर्ताओं को चुनाव जीतने की कोशिश में लगा दिया है।
प्रचार-प्रसार के लिए मिनट टू मिनट कार्यक्रम तय
डूंगर कॉलेज के प्रत्याशियों को प्रचार-प्रसार के लिए मिनट टू मिनट कार्यक्रम तय कर दिए गए है। वे सुबह 8 बजे से रात 12 बजे तक प्रचार-प्रसार में रहेंगे। इसके बाद मीटिंगों का दौर शुरू होगा। छात्रसंघ चुनाव के लिए प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ शहर के अलावा ग्रामीण इलाकों में प्रचार-प्रसार के लिए निकल गए है। डूंगर कॉलेज में जिले के विभिन्न इलाकों से छात्र पढ़ने आते है। ऐसे में छात्रसंघ अध्यक्ष प्रत्याशी इन छात्रों के गांवों में जाकर वोट देने की अपील कर रहे हैं।
जातिगत समीकरण बैठाने के लिए मीटिंगों का दौर
डूंगर कॉलेज में जातिगत समीकरण बैठाने के लिए सुबह से देररात तक मीटिंगों का दौर चलता रहता है। ऐेसे में छात्रसंघ अध्यक्ष प्रत्याशी के समर्थन में ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने साथ लाने का समीकरण बैठा रहे है। कॉलेज में विभिन्न जाति के छात्र पढ़ते है। ऐसे में विभिन्न जातियों के मौजिज लोगों को साथ लेकर मीटिंग की जा रही है और उन्हें कुछ लाभ देने की भी बातकर रहे है।
डूंगर कॉलेज में इनके बीच मुकाबला, जाट ने रोचक बनाया मुक़ाबला
डूंगर कॉलेज में अब अध्यक्ष पद के लिए चार उम्मीदवार मैदान में रह गए हैं। इसमें कृष्ण कांत गोदारा, विकास, सुनील कुमार जाट और हरीराम गोदारा है। इंडियन नेशनल स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन इनसो के सुनील कुमार जाट ने डूंगर कॉलेज में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव को रोचक बना दिया ।प्रत्याशियों ने अब कैंपस को छोड़कर घर-घर प्रचार करना शुरू कर दिया है।


