
डूंगर कॉलेज के कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप, छात्रों का आरोप- कॉलेज प्रशासन का मिला हुआ है संरक्षण, देखें वीडियो





बीकानेर। कॉलेज के छात्र नेताओं ने डूंगर कॉलेज के कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। छात्रों का आरोप है कि कॉलेज का स्टोर इंचार्ज भ्रष्टाचार में लिप्त है, जिससे हटाने के लिए अनेक बार कॉलेज प्रशासन को लिखित व मौखिम रूप से मांग की जा चुकी है, परंतु उसे हटाया नहीं जा रहा। छात्रों ने कहा कि भ्रष्टाचार करने वाले कर्मचारियों को कॉलेज प्रशासन द्वारा नहीं हटाना और उन कार्यवाही करने के पीछे भी मंशा साफ नजर आ रही है कि कहीं ना कहीं कॉलेज प्रशासन का भ्रष्टाचारियों को संरक्षण मिल रहा है। इस मांग सहित कॉलेज से जुड़ी अन्य मांगों को लेकर छात्रों ने मंगलवार को एक और ज्ञापन दिया।
ये मांगे रखी
भ्रष्टाचार करने वाले कर्मचारियों पर कार्यवाही करने, संविदा पर लगे कर्मचारियों को पूर्ण भुगतान करने, पीएफ व सैलरी को खाते में जमा करने, खेल मैदान को तैयार करवाने, कॉलेज में पीने की पानी की व्यवस्था में सुधार, कॉलेज में पढऩे वाले नियमित स्टूडेंट्स के बस व रेल पास बनाना और उसमें किराए में 50 प्रतिशत छूट प्रदान करने, कॉलेज बिल्डिंग को ठीक करवाने, कॉलेज के प्रत्येक प्रोफेसर को पूर्ण ड्यूटी व नियमित कक्षा लेने के लिए पाबंद करना और इंट्री का रिकॉर्ड रखने, बॉयज हॉस्टल की व्यवस्था करने, बंद पड़े हॉस्टल को खुलवाने या नवीन व्यवस्था करने, स्पोट्र्स खिलाडिय़ों के सर्टीफिकेट समय पर देने, खेल संबंधित सुविधााओं में सुधार करने, कॉलेज में बंद पड़े सभी शौचालयों ठीक करवाकर, नवीन बन रहे शौचालय के ठेकेदार को शीघ्र 10 दिन के भीतर पूर्ण करने के लिए पाबंद करने, टीए डीए तुरंत दिए जाने की मांग रखी।
कर्मचारियों पर खुलेआम घोटाले का आरोप
छात्र नेता राकेश गोदारा ने कॉलेज प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ठेके पर लगे सफाई कर्मियों के मानदेय में खुलेआम घोटाला किया जा रहा है। गोदारा ने आरोप लगाया कि सफाई कार्मिकों से 7400 रुपये मानदेय के साइन करवाए जा रहे हैं, जबकि उन्हें केवल 5500 रुपये ही नकद दिए जा रहे हैं। प्रति कार्मिक 1900 रुपये की हेराफेरी की जा रही है। यह काम कथित रूप से कॉलेज के स्टोर कीपर द्वारा किया जा रहा है, जो मानदेय वितरण की जिम्मेदारी संभाल रहा है। इन छात्रों ने डूंगर महाविद्यालय के सफाई कर्मचारियों का एक वीडियो वीडियो भी बनाया है। जिसमें कार्मिकों से 7400 रुपये मानदेय के साइन करवाए जा रहे हैं, जबकि उन्हें केवल 5500 रुपये ही नकद दिए जा रहे हैं। प्रति कार्मिक 1900 रुपये के हेराफेरी के आरोप लगाए है।छात्र नेता राकेश गोदारा ने आरोप लगाया कि पहले भी इस गड़बड़ी की कई बार कॉलेज प्राचार्य को शिकायत दी जा चुकी है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे प्राचार्य की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। गोदारा ने सवाल उठाया कि गरीब सफाई कर्मियों की मेहनत की कमाई आखिर कहां जा रही है? उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कॉलेज प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की और स्टोर कीपर को हटाकर जांच नहीं करवाई, तो 3 जुलाई से बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा।


