
बीकानेर शहर में डीजे बजने से बोर्ड परीक्षा में पड़ रहा है व्यवधान,आखिर किसके आदेश पर देर रात तक बजते है डीजे, देखे वीडियों







बीकानेर ( शिव भादाणी ) शहर में डीजे बजने से बोर्ड परीक्षा में पड़ रहे व्यवधान पड़ रहा है यह निश्चित रूप से चिंता का विषय है, क्योंकि परीक्षा केदौरान छात्रों को एकाग्रता और शांतिपूर्ण वातावरण की आवश्यकता होती है।यह समस्या कई कारणों से हो सकती है:
शादी समारोह और अन्य कार्यक्रम:शादी समारोहों और अन्य कार्यक्रमों में अक्सर डीजे का उपयोग किया जाता है, जो तेज आवाजमें बजता है। यह छात्रों की एकाग्रता भंग कर सकता है और उन्हें पढ़ाई में बाधा डाल सकता है।अनियंत्रित डीजे: कुछ डीजे संचालक ध्वनि प्रदूषण के नियमों का पालन नहीं करते हैं और तेज आवाज में डीजे बजाते हैं। यह छात्रोंके लिए बहुत परेशानी का कारण बन सकता है।कुछ लोग देर रात तक डीजे बजाते हैं, जिससे छात्रों को अच्छी नींद नहीं आ पाती है। यह उनकी परीक्षा की तैयारी को प्रभावित करसकता है। जिला प्रशासन को ध्वनि प्रदूषण के नियमों का सख्ती से पालन करवाना चाहिए और डीजे के उपयोग पर नियंत्रण रखनाचाहिए।डीजे संचालकों को ध्वनि प्रदूषण के नियमों और छात्रों की परीक्षा के दौरान डीजे बजाने के समय सीमा के बारे में प्रशिक्षणदिया जाना चाहिए।लोगों को ध्वनि प्रदूषण के प्रभावों और छात्रों की परीक्षा के दौरान डीजे बजाने से होने वाली परेशानियों के बारेमें जागरूक किया जाना चाहिए।परीक्षा केंद्रों का चयन करते समय, यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि वे शोर-शराबे से दूर हों।यह समस्या केवल जिला प्रशासन, डीजे संचालकों और लोगों के सामूहिक प्रयासों से ही हल हो सकती है। हमें छात्रों की शिक्षा और उनके भविष्य के लिए मिलकर काम करना चाहिए।छात्र अपने घरों में पढ़ाई के लिए एक शांत जगह ढूंढ सकते हैं।यदि डीजे की आवाज बहुत अधिक परेशान कर रही है, तो छात्र अपने माता-पिता या शिक्षकों से शिकायत कर सकते हैं।छात्र जिला प्रशासन कोभी शिकायत कर सकते हैं। स्थानीय पुलिस भी नहीं करती कार्यवाही प्राय: देखा जाता है कि किसी मौहल्ले में रात दो बजे तक डीजे तेज बजते रहते है लेकिन पुलिस की गश्त टीम को आवाज सुनाई नहीं देती है। इससे किसी को भी पुलिस का डर नहीं है मजे की बात तो यह है कि कोतवाली, गंगाशहर, नयाशहर व कोटगेट के प्राय भवन सडक़ पर ही बने है पुलिस उनके आगे से रात भी चक्कर निकलती है लेकिन बंद नहीं करवाती है जिससे आमजन वपढऩे वाले बच्चों को बहुत ज्यादा परेशानी होती है। आखिर देर रात तक भवनों में डीजे किसके आदेश के बजते है।
शिकायत पर भी नहीं करती कार्यवाही
मजे की बात तो यह है कि अगर किसी ने पुलिस कट्रोल रुम फोन करके अपने मौहल्ले में रात तक बजने वाले डीजे की शिकायतकर दी तो पहले वो अपना इलाका वह नाम पूछेगा उसके बाद स्थानीय थाने को सूचना देकर उनको मोबाइल नंबर व नाम बताते हैजिससे कई बार आमजन को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। क्योकि स्थानीय पुलिस शिकायत पर आने पर पूछने पर कहती हैआपके नाम से इस नाम का व्यक्ति ने अपने खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई इसलिए हमें आना पड़ा है। अगर इस पर गुप्त बाते आमजन को शेयर करना है गलत बात होती है। एक तरफ सावे दूसरी तरफ बोर्ड व अन्य परीक्षावहीं शहर में एक तरफ सावों की धूम है तो वही दूसरी तरफ बोर्ड परीक्षा व अन्य परीक्षा सिर पर है फिर भी काफी रात को बजते है डीजे है जिससे आमजन पढऩे वाले बच्चों को परेशानी होती है।
एसपी मैम को सुनाई नहीं देता डीजे
जिला पुलिस अधीक्षक के घर के पास बनी बीकानेर चौपाटी में डीजे भयंकर तेज चलता है लेकिन ऐसा लगता है एसपी मैम को सुनाई नहीं देता है आस पास के आफिस वाले दुकान वाले व अन्य आमजन इस डीजे से भयंकर परेशान है। लेकिन मजे की बात सदर थाना व एसपी को सुनाई नहीं देता है।


