
बीकानेर: पेयजल आपूर्ति में कटौती पांच दिन के लिए टली, अब अगले सप्ताह करेंगे आपूर्ति में कटौती






बीकानेर. संभाग मुख्यालय समेत जिलेभर में पूर्ण नहरबंदी के साथ शुरू होने वाली पेयजल आपूर्ति में कटौती पांच दिन के लिए टल गई है। अब इंदिरा गांधी नहर परियोजना में 1 मई तक पेयजल चलाया जाएगा। पानी की मात्रा भी ढाई हजार क्यूसेक से बढ़ा कर चार दिन के लिए छह हजार क्यूसेक कर दी गई है। इससे क्षेत्र को नहरबंदी में बड़ी राहत मिली है। जलदाय विभाग अब दो मई के बाद एक दिन के अंतराल से पेयजल आपूर्ति व्यवस्था शुरू करने के लिए प्लान बना रहा है।
अंतिम चार-पांच दिन नहर में पानी की मात्रा बढ़ाने की मांग भी पंजाब ने मान ली। इंदिरा गांधी नहर में शुक्रवार को छह हजार क्यूसेक पानी का प्रवाह कर दिया गया। हरिके बैराज से 1 मई की रात 12 बजे जलप्रवाह शून्य होने की संभावना है। तब तक जलदाय विभाग जिलेभर में पेयजल डिग्गियों, जलाशयों और गांवों के आस-पास की कृषि डिग्गियों में जल भंडारण कर सकेगा।
शहरी क्षेत्र में पानी आपूर्ति के लिए बने बीछवाल तथा शोभासर जलाशय की जलभराव क्षमता 1500-1500 एमएलडी है। दोनों जलाशय शत-प्रतिशत भरे हुए हैं। रोजाना जितना पानी छोड़ा जाता है, नहर से आ जाता है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 1 मई को पंजाब में हरिके बैराज से इंदिरा गांधी नहर में पानी बंद किया जाता है, तो दो दिन बाद तक पानी आता रहेगा। ऐसे में जलाशयों में भंडारित पानी को 3 मई से उपयोग में लिया जाएगा। नहरबंदी 25 मई तक है और इसके तीन-चार दिन बाद नहर में पानी पहुंचेगा।
बीकानेर शहरी क्षेत्र में एक लाख 30 हजार उपभोक्ता जलदाय विभाग के दोनों जलाशयों से पेयजल आपूर्ति पर निर्भर हैं। उपभोक्ताओं को बीछवाल जलाशय से 65 तथा शोभासर जलाशय से 78 मिलियन लीटर पानी की प्रतिदिन आपूर्ति होती है।


