रामधारी सिंह दिनकर के महाकाव्य रश्मीरथी पर प्रस्तुत होगा नाटक - Khulasa Online रामधारी सिंह दिनकर के महाकाव्य रश्मीरथी पर प्रस्तुत होगा नाटक - Khulasa Online

रामधारी सिंह दिनकर के महाकाव्य रश्मीरथी पर प्रस्तुत होगा नाटक

खुलासा न्यूज बीकानेर। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र उदयपुर की ओर से स्थानीय जिला प्रशासन, नगर विकास न्यास, उत्तर पश्चिम रेलवे मण्डल बीकानेर, विरासत संवद्र्धन संस्थान और अनुराग कला केंद्र के सहयोग से आयोजित होने वाले छठे बीकानेर थिएटर फेस्टिवल मे जयपुर के तीन नाटकों का मंचन होगा, जिसमे गंधर्व थिएटर द्वारा च्च्एक एक्टर की मौतज्ज् प्रस्तुत किया जाएगा जो कि अतिरिक्त महानिदेशक राजस्थान पुलिस सौरभ श्रीवास्तव द्वारा निर्देशित व अभिनीत होगा, इस नाटक के मूल लेखक क्रोएशियन लेखन मिरो गवरन है और इसका हिन्दी नाट्य रूपांतरण भी खुद सौरभ श्रीवास्तव द्वारा ही किया गया है, यह कहानी एक एमेच्योर थिएटर एक्टर और हिन्दी थिएटर, फिल्म और टीवी जगत की मशहूर अदाकारा इरा की जि़ंदगी के इर्द-गिर्द घूमती है वह उसे एक वृद्धाश्रम मे चैरिटी शो करने के लिए आमंत्रित करता है । उस नाटक की रिहर्सल के दौरान वो दोनों अपनी अपनी जि़ंदगी और थिएटर क्राफ्ट की बातें करते चलते हैं और एक अनजानी सी दोस्ती और अबूझ सी समझ उन दोनों के बीच उपजती है, जो दर्शकों को अपने साथ एक भावनात्मक सफर पर ले चलती है ।
इसके अलावा जयपुर की प्रसिद्ध रंग-संस्था रंग-मस्ताने द्वारा अभिषेक मुद्गल के निर्देशन मे राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर द्वारा रचित महाकाव्य च्च्रश्मिरथीज्ज् मंचित होगा, उक्त नाटक “कर्ण” के जीवन के इर्दगिर्द घूमता है। किन परिस्थितयों में उसकी माँ कुन्ती द्वारा कर्ण के जन्म लेते ही उसका त्यागना, जीवन भर उसका पीछा नहीं छोड़ता। इस नाटक में दिनकर जी ने कर्ण के माध्यम से समाज के सामने एक ज्वलंत प्रश्न रखा है कि किसी व्यक्ति विशेष का आंकलन उसकी योग्यता के आधार पर होना चाहिए या उसके वंश के?
राजस्थान के प्रसिद्ध लेखक च्च्चरण सिंह पथिकज्ज् द्वारा लिखित नाटक च्च्मैं बीड़ी पीकर झूठ नी बोलताज्ज् का मंचन जयपुर की संस्था रंग मस्ताने से जड़े युवा निर्देशक चंदन कुमार जांगिड़ के निर्देशन मे किया जाएगा, सुप्रसिद्ध लेखक चरण सिंह पथिक की ही एक कहानी पर मशहूर फिल्म निर्देशक विशाल भारद्वाज च्च्पटाखाज्ज् फिल्म बना चुके है, नाटक च्च्मैं बीड़ी पीकर झूठ नी बोलताज्ज् में गुथल के जीवन के एक अध्याय की चर्चा है। गुठल एक ऐसा व्यक्ति है जिसकी बाईं आंख में दोष है जिसके कारण उसने कभी शादी नहीं की। साथ ही, गुथल के अपने भाई भी नहीं चाहते थे कि गुठल की शादी हो, क्योंकि गुठल घर में अकेला है जो कमाता है, और अगर उसकी शादी हो जाती है, तो वह अपने भाइयों के घर पर एक पैसा भी खर्च नहीं करेगा। और गाँव के सभी लोग गुठल और कुछ और लोगों को कहते थे। इसलिए इस अध्याय में गुथल की प्रतिक्रिया पर चर्चा की गई जब उसे सब कुछ पता चला। अपने भाई की साजिश के बारे में पता चलने पर उसने क्या किया? उसके बारे में गाँव की मानसिकता क्या है?
समारोह के नाट्य मंचन प्रभारी अमित सोनी ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस बार भी बीकानेर के रंग-प्रेमियों को अलग अलग प्रसंग, संस्कृति पर आधारित प्रस्तुतियाँ देखने को मिलेगी जो कि देशभर की विभिन्न संस्कृति एंव प्रासंगों से दर्शकों को रूबरू करवाएगी ।

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