
विश्व पुस्तक दिवस पर ‘आर्थिक सफरनामा’ का लोकार्पण






बीकानेर. आर्थिक मामलों के जानकार और लेखक डॉ पीएस वोहरा की नई क़तिाब ’आर्थिक सफरनामा’ का लोकार्पण और रिव्यू सेशन विश्व पुस्तक दिवस पर रविवार को जयपुर के होटल क्लार्क्स आमेर में आयोजित हुआ। इस मौके पर विशेषज्ञ वक्ताओं ने कहा कि यह किताब आजादी से लेकर अब तक हुए उन क्रांतिकारी आर्थिक परिवर्तनों को बताती है जो भारत के आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण थे।
पुस्तक में उन सभी आर्थिक समस्याओं, चुनौतियों और अवसरों की सिलसिलेवार जानकारी हैं जो देश के आर्थिक विकास को सही रास्ते पर ले जाने में सहायक होती है। एक्सपर्ट पैनल ने कहा कि आम आदमी के विभिन्न तबकों के आर्थिक जीवन की जानकारी इस पुस्तक को शानदार स्वरूप देती है। यह पुस्तक आजादी के बाद के भारत के अब तक के 75 वर्षों की यात्रा का सारांश है। एक्सपर्ट ओपिनियन पैनल में पत्रकार एजे फिलिप,जगदीश चन्द्र, बीकाजी ग्रुप के एमडी दीपक अग्रवाल व इंडी डिज़ाइन पुणे के संस्थापक व सीईओ सुधीर शर्मा शामिल थे।
लेखक और साहित्यकार मधु आचार्य आशावादी ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि पुस्तक के लोकार्पण का अवसर गौरवमयी और अनूठा है। इसमें छोटी काशी बीकानेर और गुलाबी नगरी जयपुर के विचारकों का संगम हुआ है। पुस्तक के लेखक डॉ पीएस वोहरा ने कहा कि इस क़तिाब के माध्यम से देश के आर्थिक विकास की घटनाओं, चुनौतियों, अवसरों तथा आम आदमी के विभिन्न तबकों के आर्थिक विकास चक्र को सरल शब्दों में समझाने का प्रयास किया है।
इस मौके आईएएस नवीन जैन ने पुस्तक की समीक्षा करते हुए कहा कि आर्थिक विषय, आम आदमी के लिए हमेशा पहेली बने रहते हैं लेकिन डॉ वोहरा की पुस्तक की भाषा शैली इतनी सरल है कि एक आम आदमी जो अर्थशास्त्र का जटिल ज्ञान नहीं भी रखता है तो भी यह पुस्तक उसे आकर्षित करेगी।


