
मंत्री भाटी सहित कई मंत्रियों को डोटासरा ने फटकारा, पायलट की थपथपाई पीठ, जानिए सियासी मायने






खुलासा न्यूज, बीकानेर। कांग्रेस के महंगाई विरोधी धरने में गहलोत सरकार के कई मंत्रियों ने भाषण देने से कन्नी काट ली। धरने में आधा दर्जन से ज्यादा मंत्री मौजूद थे, लेकिन भाषण तीन मंत्रियों ने ही दिए। यह बात कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को नागवार गुजरी। उन्होंने ऐसे मंत्रियों को सार्वजनिक रूप से जमकर फटकारा। कहा- जिस तरह महंगाई बढ़ रही है। आम आदमी परेशान है। उसमें हम सबकी जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ जाती है। कई मंत्रियों से मैंने कहा कि भाषण दीजिए तो अंगुली हिलाने लग गए (मना करने लग गए)। यह अंगुली हिलाने का समय नहीं है। हमें मुखर होकर मोदी सरकार का विरोध करना होगा। कोई इनकम टैक्स का छापा नहीं पड़ रहा है। मोदी सब पर छापा नहीं डाल रहे हैं। कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है।
गुरुवार को जयपुर के सिविल लाइंस फाटक पर कांग्रेस का धरना चल रहा था। महंगाई के विरोध में शुरू हुए इस धरने में गहलोत सरकार के कई मंत्री भी पहुंचे थे। कुछ मंत्रियों ने जब भाषण देने से मना कर दिया तो डोटासरा बरस पड़े। उन्होंने कहा- यह राजस्थान की सरकार कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के आधार पर बनी है, जिसे जब भी मौका मिले बोलिए। गांव में बोलिए, सड़कों पर बोलिए, प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बोलिए। यह क्या बात हुई? जोश होना चाहिए। आज आम आदमी पिस रहा है। आज गरीब सुसाइड कर रहा है। हम अंगुली हिलाएंगे (बोलने से इनकार करेंगे) तो हम हमारी जिम्मेदारी से भागने की चेष्टा करेंगे। जिम्मेदारी से भागने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए खरी-खरी सुनाई।
मंत्रियों को फटकारने के सियासी मायने
डोटासरा के भाषण के बाद धरना खत्म हो गया। जाते वक्त पायलट डोटासरा की पीठ थपथपाते दिखे। धरने में मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, ममता भूपेश, भजनलाल जाटव ने ही भाषण दिए। मंत्री महेश जोशी, हेमाराम चौधरी, भंवरसिंह भाटी, रामलाल जाट सहित कई बोर्ड-आयोगों के अध्यक्ष मौजूद थे। डोटासरा ने मंत्रियों को जिस अंदाज में फटकारा उसके सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। डोटासरा की आक्रामकता ने कई सवाल छोड़े हैं।


