श्रीकृष्णा न्यूरो स्पाइन के डॉक्टरों का कमाल: जन्म के छ: घंटे बाद ही बच्चे की रीढ़ की हड्डी पर बनी गांठ का किया ऑपरेशन
खुलासा न्यूज बीकानेर । बीकानेर के रहने वाली गर्भवती लक्ष्मी का पी बी एम अस्पताल में सिजेरियन से बच्चा हुआ। बच्चे के रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में एक गेंद के आकार की गांठ थी। इसके पहले भी महिला के एक एक करके चार बच्चे जन्मजात विकृतियो के चलते मृत हो गए। यह पांचवा बच्चा था और वह अब हर हाल में इसे बचना चाहते थे। मरीज के परिजनों ने श्रीकृष्णा न्यूरो स्पाइन अस्पताल के वरिष्ठ न्यूरोसर्जन डॉक्टर अरूण तुनगरिया से संपर्क किया। डॉ अरूण ने बताया कि बच्चे की रीढ़ की हड्डी पर बनी गांठ जन्मजात विकृति होती है जिसमें रीढ़ की हड्डी के अंदर की नसे बाहर आ जाती है । इसे मेनिनगोमायालोसील कहते है। बच्चे की गांठ पर चमड़ी ना होकर से रीढ़ की हड्डी का पानी जिसे सीएसएफ कहते है बाहर बह रहा था। इसकी वजह से संक्रमण होकर दिमागी बुखार हो सकता है और बच्चे की मौत भी हो सकती है। इसलिए तुरंत ऑपरेशन करके इसे ठीक किया जाता है। इस ऑपरेशन में बहुत बारीक नसो का ध्यान रखते हुए गांठ को हटाया जाता है अन्यथा पांवों में लकवा पड़ सकता है। जन्म के छ: घंटे बाद ही बच्चे का ऑपरशन किया गया जो कि सफल रहा। बच्चा अब स्वस्थ है और परिजनों ने संतुष्टी जताई है।