सूर्यग्रहण सुरू भूल कर भी ना करें या काम, जानिए राजस्थान में कहां दिखाई देगा ग्रहण - Khulasa Online सूर्यग्रहण सुरू भूल कर भी ना करें या काम, जानिए राजस्थान में कहां दिखाई देगा ग्रहण - Khulasa Online

सूर्यग्रहण सुरू भूल कर भी ना करें या काम, जानिए राजस्थान में कहां दिखाई देगा ग्रहण

खुलासा न्यूज़। 27 साल बाद दीवाली के दूसरे दिन यानि गोवर्धन पूजा पर साल का अंतिम खंडग्रास सूर्य ग्रहण जयपुर में शाम 4.32 बजे से 5.50 बजे तक रहेगा. इसका सूतक 12 घंटे पहले यानि मंगलवार तड़के 4.15बजे से शुरू हो जाएगा. यानि 52 प्रतिशत सूर्यग्रहण होने से शाम 5.33 बजे आधा बिंब 50 प्रतिशत ही चमकीला दिखेगा

दीपोत्सव पर्व के दौरान 27 साल में फिर से दिवाली के अगले दिन सूर्य ग्रहण का साया पर्व पर रहेगा. इसके चलते लक्ष्मी जी का पाटा भी सुबह 4:15 सूतक लगने से पहले पहले उठाना होगा. 27 साल में अगले दिन सूर्यग्रहण रहने से अन्नकूट गोवर्धन पूजा सूतक लगने से बुधवार को होगी. सूतक में भोजन न बनाए, घर से बाहर न निकलें. इसके साथ ही बुजुर्ग और बीमार रोगियों को छूट रहेगी. भगवान की मूर्ति आदि को स्पर्श नहीं करें. खास तोर पर अमावस्या के निमित्त दान धर्म और सूखा सामान दिया जा सकता है. इसके साथ ही कीर्तन करें.

27 साल बाद दीवाली के दूसरे दिन यानि गोवर्धन पूजा पर साल का अंतिम खंडग्रास सूर्य ग्रहण जयपुर में शाम 4.32 बजे से 5.50 बजे तक रहेगा. इसका सूतक 12 घंटे पहले यानि मंगलवार तड़के 4.15बजे से शुरू हो जाएगा. यानि 52 प्रतिशत सूर्यग्रहण होने से शाम 5.33 बजे आधा बिंब 50 प्रतिशत ही चमकीला दिखेगा. सबसे पहले जम्मूकश्मीर में शाम 4.15 बजे ग्रहण दिखेगा. सूर्य ग्रहण देखने के लिए एक्लिप्स ग्लास का इस्तेमाल करें. इस दौरान चन्द्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीचों बीच आ जाएगा.

जिससे चन्द्रमा की परछाई पृथ्वी पर पड़ेगी और कुछ देर के लिए सूर्य का प्रकाश कम दिखाई देगा. भारत के अधिकांश हिस्सों में ग्रहण के साथ ही सूर्य अस्त हो जाएगा. यूरोप, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, अफ्रीका के कुछ देशों उत्तरी हिन्द महासागर, पश्चिमी एशिया आदि में अधिक समय तक रहेगा. प्रदेश में श्रीगंगानगर में सबसे अधिक 58 फीसदी और बासंवाड़ा में सबसे कम 45 फीसदी सहित कोटा में 48 फीसदी ग्रहण दिखाई देगा.

खंडग्रास सूर्यग्रहण के चलते जयपुर में शहर आराध्य गोविंददेव जी मंदिर की झांकियों के समय में परिवर्तन किया गया है. सूर्य ग्रहण के दिन गोविंद देवजी मंदिर में शाम को दर्शन खुले रहेंगे. शाम 5 बजे वाली ग्वाल झांकी नहीं होगी. संध्या झांकी 5.45 से 6.45 के बजाय 7.30 से 8.15 तक और शयन झांकी रात 8 से 8.15 के बजाय 8.45 से रात 9 बजे तक होगी. ग्रहण काल के दौरान मंदिर के पट खुले रहेंगे एवं हरिनाम संकीर्तन होगा. इसके साथ ही अक्षरधाम मंदिर दोपहर 12 से छह बजे तक बंद रहेगा. वहीं खोले के हनुमान जी मंदिर में आम दर्शनार्थियों का प्रवेश सुबह से बंद रहेगा.

अन्य मंदिरों मे भी शाम तक सूर्यग्रहण और सूतक का असर रहने से समय में बदलाव किया गया है. दिवाली पर्व के एक दिन बाद मंगलवार के बजाय बुधवार को अन्नकूट-गोवर्धन पूजा के अवसर पर भगवान को गर्म तासीर के व्यंजनों के साथ ही एक से बढ़कर एक व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा. गोविंद देव जी मंदिर में अन्नकूट उत्सव 26 अक्टूबर को मनाया जाएगा. दोपहर 12 से 12.30 बजे तक अन्नकूट झांकी के दर्शन होंगे. गोविंद देव जी मंदिर के महंत अंजन कुमार गोस्वामी ने बताया कि इस दिन सुबह राजभोग झांकी के दर्शन नहीं होंगे. शेष अन्य झांकियों का समय यथावत रहेगा.

सूर्य ग्रहण 2022 राशियों पर प्रभाव
मेष: इस सूर्य ग्रहण से मेष राशिवालो के परिवार के सदस्यों या महिलाओं से संबंधित कष्ट हो सकता है.

वृषभ: आपकी राशि के जातकों को सुख और संपत्ति की प्राप्ति का योग है.

मिथुन: सूर्य ग्रहण के कारण आपको मानसिक कष्ट और चिंता हो सकती है.

कर्क: सूर्य ग्रहण की वजह से धन हानि और शारीरिक कष्ट हो सकता है.

सिंह: आपको वाहन सुख और धन प्राप्ति का योग है.

कन्या: सूर्य ग्रहण के दुष्प्रभाव से आपको धन हानि हो सकता है.

तुला: आपको संभलकर रहना चाहिए क्योंकि दुर्घटना का योग है.

वृश्चिक: आपको अपनी सेहत और धन का ध्यान रखना होगा. इसकी हानि हो सकती है.

धनु: इस राशि के जातकों को धन लाभ होगा और मानसिक तौर पर खुश रहेंगे.

मकर: पद, प्रतिष्ठा में वृद्धि का योग है.

कुंभ: कार्य हानि, अपमान, अपयश की स्थिति बन सकती है.

 

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