
कही हो न जाएं संक्रमित,कार्मिक को भी नहीं किया आईसोलेट





बीकानेर। संभाग के सबसे बड़े पीबीएम अस्पताल में कोरोना संक्रमण के बचाव को लेकर किये जा रहे दावों के बीच खबर आ रही है कि यहां काम करने वाले कर्मचारियों को अब यह डर सताने लगा है कि अपर्याप्त व्यवस्थाओं के बीच वे इस संक्रमण की चपेट में न आ जाएं। कार्मिकों ने अपना न छापने की शर्ते पर बताया कि उन्हें जो उपक रण इस संक्रमण के बचाव के लिये चाहिये। वे अपर्याप्त है। इससे इस गंभीर रोग का बचाव नहीं हो सकता। बताया जा रहा है कि जिस महिला की मौत शुक्रवार शाम को हुई उसको सबसे पहले मेडिसन वार्ड में भर्ती किया गया। इसके बाद जांच के बाद उसे स्वाईन फ्लू वार्ड में ले जाया गया। इस दौरान यहां सेवाएं दे रहे चिकित्साकर्मियों में से कुछ को आईसोलेट किया गया है,जबकि पांच कार्मिक ऐसे है,जिन्हें आईसोलेट नहीं किया गया। जानकारी मिली है कि तेज बुखार आने की स्थिति में सबसे पहले मेडिसन वार्ड लाया जाता है। जब तक जांच न हो जाएं भर्ती मरीज इसी वार्ड में रहता है। इस वार्ड में ड्यूटी कर रहे कार्मिकों के पास पर्याप्त पीपीई किट,मास्क व हाईड्रो क्लोनिक स्प्रे नहीं होने से इन कार्मिकों में संक्रमित का भय सता रहा है। जो गंभीर बात है।
मरीज के संपर्क में नहीं,पर स्टाफ से मेलजोल
बताया जा रहा है कि ये पांच कार्मिक मरीज के संपर्क में तो नहीं थे। किन्तु मेडिसन वार्ड में उस रात ड्यूटी के तैनात कार्मिकों से उनका मेलजोल हुआ था। जिसको लेकर कार्मिकों में भय का वातावरण है। इन कार्मिकों के साथियों ने चिंता जताते हुए बताया कि ये पांचों कार्मिक अपने घर भी नहीं जा सके है।


