
गौशाला अनुदान में भ्रष्टाचार पर जिला प्रशासन की संदिग्ध भूमिका, दोषियों को संरक्षण देने का आरोप : देवी सिंह भाटी






खुलासा न्यूज, बीकानेर। सच्चियाय गौ-सेवा समिति, गोगडिय़ावाला (तहसील बज्जू, बीकानेर) द्वारा सरकारी अनुदान में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है, जिसमें गौ-सेवा के नाम पर करोड़ों के अनुदान का गबन कर नंदीशाला को मात्र दिखावा बना दिया गया है। ग्रामीणों की शिकायत पर उपखंड अधिकारी बज्जू की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय समिति द्वारा 15 अप्रैल 2025 को किए गए आकस्मिक निरीक्षण में स्वीकृत 120 नंदी सांडों की जगह मात्र 10 छोटे-मोटे गौवंश मौके पर मिले।
पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने बताया कि उपखंड अधिकारी की रिपोर्ट जिला कलक्टर एवं पशुपालन विभाग को भेजी गई थी, किंतु डेढ़ माह बीत जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके उलट, जिला प्रशासन ने 4 जून 2025 को एक परिपत्र जारी कर 20 जून 2025 को पूर्व सूचना के साथ पुन: निरीक्षण की घोषणा कर दी है, जिससे भ्रष्टाचारियों को सबूत मिटाने और दिखावटी व्यवस्था सुधारने का पूरा अवसर मिल जाएगा।
भाटी ने प्रशासन की इस कार्यशैली को घोर दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह न केवल गौ-संरक्षण के नाम पर जनता की भावनाओं से धोखा है, बल्कि सरकारी कोष की लूट को संरक्षण देना भी है। उन्होंने मांग की है कि 15 अप्रैल की रिपोर्ट के आधार पर तुरंत कार्यवाही हो, 20 जून की प्रस्तावित जांच को निरस्त किया जाए, और पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय स्वतंत्र जांच कर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।
उन्होंने यह भी बताया कि इस संदर्भ में पूर्व में दिनांक 30 मई व 5 जून को लिखित पत्रों के माध्यम से जिला प्रशासन को सूचित किया जा चुका है, फिर भी प्रशासन की निष्क्रियता ग्रामीणों में भारी रोष का कारण बन रही है।


