
होमगार्डों की ड्यूटी में भेदभाव, किसी को साल में दो माह तो किसी को पूरे साल ड्यूटी






होमगार्डों की ड्यूटी में भेदभाव, किसी को साल में दो माह तो किसी को पूरे साल ड्यूटी
बीकानेर। राजस्थान सरकार के अधिनस्थ पुलिस की तरह काम करने वाले होमगार्डो की ड्यूटी को लेकर कई बार सवाल उठते रहते है। कई बार होमगार्ड जवानों की शिकायत रहती है किसी को साल में दो महिने ड्यूटी दी जाती है तो किसी को पूरे साल ड्यूटी पर रखा जाता है। जबकि नियमों के अनुसार होमगार्ड जवानों की ड्यूटी के लिए रोटशन प्रणाली लागू की गई जिसके तहत सभी को जवानों को समय समय पर ड्यूटी मिलती रहती है। लेकिन बीकानेर से सामने आया है कि अधिकारियों व नेताओं के दबाब के चलते कुछ होमगार्ड के जवान वर्षों से सरकारी कार्यालय में कुल्ले जमाएं बैठे है। तो कुछ होमगार्ड अपनी ड्यूटी का इंतजार करते करते थक जाते है उनको साल में मुश्किल से दो या तीन माह ही ड्यूटी पर रखा जाता है। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक होमगार्ड जवान ने बताया कि सरकारी कार्यालयों में अधिकारियों के चहेते या नेताओं की सिफरिश के चलते पूरे साल नौकरी करते है। जबकि हमें साल में दो या तीन महीन ही ड्यूटी देकर विभाग अपनी इतिश्री पूरी कर लेते है।
जब हमने कंपनी कमाडंर से इस बारे में बात करने की कोशिश की उन्होंने पूरी बात बताने से मना करते हुए कहा ऑफिस आ जाना
इनका कहना है
अभी वर्तमान में 945 होमगार्ड है जिनमें कई होमगार्ड सरकारी आफिसों में लगे हुए है जिनमें कोर्ट, अन्य सरकारी कार्यालयों में तैनात है जिन्हें अधिकारियों द्वारा कहने पर लगातार ड्यूटी पर रखा हुआ है। लेकिन कुछ सरकारी आफिसों में तैनात होमगार्ड सही काम करने वालों को लगातार ड्यूटी दे दी जाती है ये सेवा नियम है तभी लगाया जाता है
वीर सिंह
कंपनी कमाडंर

