दिपावली पर जुआरियों की बल्ले-बल्ले, जमकर खेलेंगे दे जिसको माताजी






बीकानेर (शिव भादाणी)। जिला पुलिस अधीक्षक के कड़े निर्देश के बाद भी शहर में दिपावली से पहले ही मुख्य चौकों व गुवाड़ों पर शहरवासियों ने सड़क पर ही जुए का खेल शुरु कर दिया है। लेकिन गश्त टीम की नजर इन पर नहीं पड़ती है बस पास ही निकलते ही इनको रोकने का काम पुलिस का नहीं है। शहर के नत्थुसर गेट के बाहर बनी हरिजन बस्ती में शाम होते ही चौक में जुए का खेल शुरु होता है जो आधी रात तक लगातार चलता है जिसमें एक के नौ रुपये तक भाव देते है दे जिसको माताजी कई अन्य खेल खिलाया जाते है अगर देखा जाये तो शहर में रोजाना करोड़ों रुपये का जुए का खेल होता है लेकिन हमारी स्थानीय पुलिस की नजर से कोसों दूर होता है। सूत्रों से ऐसी खबर मिली है कि शहर के डागा चौक, रांगड़ी चौक, मोहता चौक, गंगाशहर में आदि क्षेत्रों में दिपावली के एक हफ्ते पहले ही बाहर के जुआरियों ने अपना ठिकाना बना लिया है। जो दिन रात जुए खेलेेंगे। इनके लिए हाईटेक व्यवस्था कर रखी है।
राजनैति से जुडे व्यक्ति भी शामिल है
इस जुए के खेल में राजनैति से जुडे व ऊचे रुतबे वाले भी इस खेल में शामिल होते है जिसके कारण पुलिस इन तक नहीं पहुंचती है। जबकि पुलिस को सब पता है कि शहर में कौन व्यक्ति है जो बड़े स्तर पर जुए का अड्डा चला रहा है।
पुलिस बता देती है मुखबिर का नाम
आजकल पुलिस ने नया काम ओर चालू किया है अगर सज्जन व्यक्ति अपने क्षेत्र में हो रहे अनैतिक कार्यों की सूचना थाने में देते है कि पुलिस तुरंत उस व्यक्ति को ये सूचना दे देते है कि किस व्यक्ति ने उसके खिलाफ शिकायत की है और व बदमाश लोग उस व्यक्ति के घर पहुंचकर मारपीट करते है।
गश्त के नाम पर कुछ नहीं
शहर पुलिस कहती है कि हम रात को गश्त करते है अगर पुलिस की गश्त सही ढग़ से हो तो शहर में बीच सड़क पर जुआ तो क्या क्षेत्र में सांस भी नहीं ले सकते है।

