
बीकानेर के नगरासर गांव का दिनेश बना आइएएस, बिना कोई कोचिंग किये हासिल की 150वीं रैंक






खुलासा न्यूज, बीकानेर। बीकानेर जिले की बज्जू तहसील के एक छोटे से गांव नगरासर का युवा दिनेश गोदारा अब आइएएस बनकर देश की सेवा करेगा। मंगलवार को जारी हुए सिविल सेवा परीक्षा-2022 के परिणाम में दिनेश गोदारा की 150वीं रैंक आई हैं। हालांकि इससे पहले दिनेश की यूपीएससी-2021 की रिजर्व सूची में 29वीं रैंक आई थी। जिसके तहत अभी दिनेश गोदारा दिल्ली में असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस की ट्रेनिंग ले रहे हैं। चुंकि दिनेश गोदारा का सपना आइएएस बनने का था, और इसे पूरा करने के लिए दिनेश गोदारा ने पढ़ाई निरंतर जारी रखी। जिसका नतीजा यह रहा कि दिनेश गोदारा ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 में 150वीं रैंक हासिल की। दिनेश गोदारा का यह चौथा प्रयास था, इससे पहले दो बार यूपीएससी के इंटरव्यू दे चुके थे। गोदारा की इस उपलब्धि के पीछे बड़ी खास बात यह है कि उन्होंने देश की सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा (यूपीएससी) पास करने लिए कोई कोचिंग नहीं ली, बल्कि सेल्फ स्टडी, इंटरनेट तथा मॉक इंटरव्यू के सहारे से मुकाम को हासिल किया। दिनेश गोदारा की इस उपलब्धि से न केवल उनके परिवार को बल्कि पूरे बीकानेर को गर्व है। बता दें कि दिनेश गोदारा के पिता भंवरुराम गोदारा पेशे से अधिवक्ता और माताजी हनुमानी देवी गृहणी है। दिनेश का एक छोटा भाई प्रवीन जो पेशे से अधिवक्ता है।
2017 में पहली जॉब, उसके बाद ऐसा रहा सफर
यूपीएससी में चयन पूर्व दिनेश गोदारा की पहली नौकरी सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में बंगलूरू में मल्टीनेशन कंपनी फाइकों में जून 2017 में लगी थी, जो अप्रैल 2020 तक की। वर्ष 2020 में ही यूपीपीसीएस में चयन हो गया। लखनऊ में अक्टूबर 2021 को ज्वाइन किया। मार्च 2022 में जिला समाज कल्याण अधिकारी (विकास) पद पर कन्नौज में कार्यभार ग्रहण किया। उस दौरान जिला समाज कल्याण अधिकारी का तबादला हो जाने के बाद जुलाई में दिनेश गोदारा को जिला समाज कल्याण अधिकारी बना दिया।

