
बीकानेर: इतने जर्जर स्कूल दूसरे स्कूल में होंगे शिफ्ट एक बिल्डिंग में पढ़ेंगे तीन स्कूलों के बच्चे





बीकानेर: इतने जर्जर स्कूल दूसरे स्कूल में होंगे शिफ्ट एक बिल्डिंग में पढ़ेंगे तीन स्कूलों के बच्चे
झालावाड़ स्कूल हादसे के बाद जर्जर और जीर्ण-शीर्ण सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सुरक्षित भवन तलाशे जा रहे हैं। बीकानेर जिले में 11 स्कूलों के विद्यार्थियों की पढ़ाई अब पास के ही दूसरे स्कूलों में होगी। झालावाड़ स्कूल हादसे के बाद शिक्षा विभाग की ओर से राज्य भर में जर्जर स्कूलों का सर्वे करवाया जा रहा है। बीकानेर में भी शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन की टीम ने अनेक स्कूलों का सर्वे किया है। सर्वे में 11 स्कूल ऐसे सामने आए हैं जहां स्कूल भवन स्थिति खराब है। ऐसे में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत इन स्कूलों को पास के स्कूल में शिफ्ट किया जा रहा है। मुक्ता प्रसाद स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भीम नगर को मुक्ता प्रसाद इंग्लिश मीडियम स्कूल में शिफ्ट किया गया है। यहां अब एक भवन में तीन स्कूलों का संचालन हो रहा है।
पहली पारी में सुबह 7 से 12.30 महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल मुक्ता प्रसाद के 350 विद्यार्थियों की कक्षाएं लगाई जा रही हैं। जबकि सेकंड पारी में स्कूल के पांच कमरों में दोपहर 12.30 से 6 बजे तक भीम नगर स्कूल के 250 तथा चार कमरों में राउप्रावि वार्ड नंबर 17 के 137 बच्चों की कक्षाएं लग रही है। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पवनपुरी दक्षिण विस्तार में भी राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय अंबेडकर कॉलोनी और राउप्रावि पवनपुरी को शिफ्ट किया जाएगा।
32 स्कूल किराए की बिल्डिंग में, 3 साल से मरम्मत नहीं
बीकानेर जिले में करीब 32 सरकारी स्कूल किराए की बिल्डिंग में चल रहे हैं। किराए के भवनों में शिक्षा विभाग की ओर से मरम्मत के लिए बजट नहीं दिया जाता है। इसलिए इन स्कूलों की मरम्मत पिछले तीन-चार साल से नहीं हुई है। राउप्रावि कोरियों का बस नंबर स्कूल जर्जर है। इसके लिए भी शिक्षा विभाग नए भवन की तलाश कर रहा है। वहीं इन स्कूलों के मालिक को जर्जर भवनों की रिपेयरिंग के लिए कहां गया है।


