बाफना स्कूल में 2017 में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षिका अरुणा बैंस का संवाद - Khulasa Online बाफना स्कूल में 2017 में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षिका अरुणा बैंस का संवाद - Khulasa Online

बाफना स्कूल में 2017 में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षिका अरुणा बैंस का संवाद

 

बीकानेर। बाफना स्कूल में 16 से 30 सितंबर तक चल रहे फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में आज 2017 में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षिका अरुणा बैंस मुख्य वक्ता थी। उन्होंने स्कूल शिक्षक – शिक्षिकाओं को अनेक शैक्षिक पहलुओं और गतिविधियों के विषय पर संबोधित किया।
अपने संबोधन में अरुणा बैंस ने कहा कि एक शिक्षक को अपने विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए लालायित रहना शिक्षा के क्षेत्र की महत्ती आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि एक शिक्षक का अपने विद्यार्थी के साथ जुड़ाव सबसे महत्वपूर्ण होता है। जब विद्यार्थी और शिक्षक एक दूसरे से वैचारिक रूप से जुड़ जाते हैं तो शिक्षा के क्षेत्र में बहुत ही सार्थक घटित होता है। उन्होंने “बच्चों से कैसे जुड़े” विषय पर शाला शिक्षक – शिक्षिकाओं को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने अपने द्वारा ग्रामीण अंचल के विद्यालय में किए गए शैक्षिक क्रियाकलापों और गतिविधियों को रेखांकित करते हुए यह बताया कि एक शिक्षक के लिए अपने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में उसकी दृढ़ इच्छाशक्ति महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
स्कूल के सीईओ डॉ पीएस वोहरा ने बताया कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हमारे बीकानेर की अरुणा बैंस को बतौर शिक्षक 2017 के राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों के साथ शैक्षिक उन्नयन के अनेक कार्य किए हैं। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में उन्होंने अनेक नवाचारों का उपयोग किया। आज आप शिक्षा के क्षेत्र में एक रोल मॉडल के रूप में हैं। आपकी इसी उपलब्धि को देखते हुए स्कूल ने एक संवाद का कार्यक्रम आयोजित किया है जिससे स्कूल के शिक्षक – शिक्षिकाएं प्रेरणा पाकर शिक्षा के क्षेत्र में कुछ सकारात्मक कर सके।
कार्यक्रम में स्कूल प्रबंधन की ओर से डॉ वोहरा ने अरुणा बैंस का सम्मान किया तथा आभार प्रकट किया।

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