
धनतेरस पर सालों बाद बने 4 अद्भुत संयोग, जानें आज क्या खरीदें और क्या नहीं





धनतेरस पर सालों बाद बने 4 अद्भुत संयोग, जानें आज क्या खरीदें और क्या नहीं
धनतेरस (Dhanteras 2020) पर मां लक्ष्मी, भगवान धनवन्तरी और धन कुबेर की उपासना करने से घर में धन के भंडार कभी खाली नहीं होते हैं. धनतेरस का त्योहार शुक्रवार, 13 नवंबर को मनाया जा रहा है. ज्योतिषाचार्य डॉ. विशाल अरोड़ा के मुताबिक, यह त्योहार इस बार बेहद खास रहने वाला है, क्योंकि त्रयोदशी तिथि पर इस साल चार विशेष संयोग बन रहे हैं. आइए जानते हैं क्या हैं ये संयोग और आज कौन सी चीजें खरीदने से मिलेगा लाभ. धनतेरस पर इस साल चित्रा नक्षत्र के साथ प्रीति योग, गजलक्ष्मी योग, अष्टलक्ष्मी योग और कलानिधि योग का संयोग बन रहा है. ये बहुत ही धनकारी और मंगलकारी योग हैं. धनतेरस पर ऐसे महासंयोग अरसों बाद बन रहे हैं.इसके अलावा, धनतेरस पर चंद्र और मंगल का योग भी बन रहा है, जिसे महालक्ष्मी योग भी कहते हैं. अपार धन की प्राप्ति के लिए इसे बेहद शुभ माना जाता है. इस अवधि में यदि आपने मां लक्ष्मी को प्रसन्न कर लिया तो वो पूरे साल आप पर मेहरबान रहेंगी. यदि आप किसी कारोबार, व्यवसाय, फैक्ट्री या दुकान से जुड़े हैं तो इनमें पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7:16 मिनट से 9:32 मिनट तक रहेगा. अगला शुभ मुहूर्त सुबह 9:41 मिनट से 10:30 बजे तक रहेगा.दोपहर 01:23 मिनट से 02: 52 मिनट के बीच कुंभ लग्न होगा. खरीदारी के लिए ये भी बेहद शुभ समय रहने वाला है. शाम 5:45 मिनट से 8:24 मिनट के बीच प्रदोष काल और वृषभ लग्न रहने वाला है. पूजा और खरीदारी के लिए ये मुहूर्त काल भी काफी अच्छा है.धनतेरस पर इस साल यदि आप कुछ अलग खरीदना चाहते हैं तो एक पीतल का कलश घर ले आइए. ध्यान रखें कि कलश पानी से भरा होना चाहिए. इसके अलावा आप मिट्टी के दिए, गोमती चक्र, कौड़ी, सोने-चांदी की चीजें, झाड़ू, धातु के बर्तन, धनिया, खील-बताशे और मां लक्ष्मी की मूर्ति भी घर ला सकते हैं. धनतेरस के दिन ये चीजें खरीदना बेहद शुभ माना जाता है.इस दिन स्टील या एल्यूमीनियम का बर्तन या सामान न खरीदें. ये शुद्ध धातु नहीं होती हैं. लोहा खरीदने से बचें. धरदार या नुकीली चीजें घर न लाएं. प्लास्टिक का सामान न खरीदें. चीनी मिट्टी (सेरामिक) या कांच के बर्तन न खरीदें. तेल, घी या काले रंग का कोई भी सामान खरीदने से बचें.
यह रहेगा दिवाली पर लक्ष्मी पूजन का समय
बीकानेर के सूरसागर के पास स्थित माताजी मंदिर के पुजारी कृष्ण मुरारी मिश्रा के अनुसार दिवाली पर लक्ष्मी पूजन का समय
शनिवार सुबह पूजा का मुहूर्त सुबह8:21से9:41तक
अभिजीत मुहूर्त दोपहर12:00से1:00बजे तक
व्यपारिक पूजन दोपहर1:30से4:30रहेगा
गोधूलि बेला में सांयकालीन5:4५से रात्रि8:30तक
सिंह लग्न में मध्यरात्रि12:05से1:00बजे तक करना श्रेष्ठ रहेगा

