
डेंगू के मरीज बढ़े अब तक इतनी हो चुकी है मौतें, प्रशासन नहीं है अब भी अलर्ट





डेंगू के मरीज बढ़े अब तक इतनी हो चुकी है मौतें, प्रशासन नहीं है अब भी अलर्ट
बीकानेर। पिछले दिनों से अब बीकानेर में डेंगू के रोगी अचानक बढ़ गये है पीबीएम के मेडिसिन ओपीडी में रोज 1000 से ज्यादा मरीज बुखार और डंगू के आ रहे है जिनमें से करीब 90 मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा है। अचानक मरीजों की संख्या बढऩे से पीबीएम प्रशासन के हाथ पांच फूल रहे है इसको देखते हुए सर्जरी वार्ड ए के 21 बेड डेंगू रोगियों के लिए एक बार सुरक्षित कर दिये है। पीबीएम हॉस्पिटल में इन 15 दिनों में डेंगू से दो मरीजों की मौत हुई है। इन्हें मिलाकर इस साल अब तक कुल चार मरीजों की मौत हो चुकी है। जनवरी से अब तक 8076 मरीजों के रक्त की जांच में 344 केस पॉजिटिव आए हैं। इनमें 198 आईपीडी और 146 ओपीडी के हैं। उधर बीकानेर का स्वास्थ विभाग अब भी पुरी तरह अलर्ट मोड पर नहीं है जहां रोगी मिल रहे है वहां पर पुरी जानकारी नहीं ले रहे है जिससे रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पीबीएम हॉस्पिटल की सीजनल डिजीज की रिपोर्ट में एक ही दिन में डेंगू के 15 रोगी रिपोर्ट हुए हैं। मेडिसिन विभाग के सभी वार्ड फुल हो चुके हैं। मरीजों को जमीन पर सोना पड़ रहा है। डी वार्ड का आधा भाग और ए वार्ड में 21 बेड डेंगू रोगियों के लिए आरक्षित कर दिए गए हैं।मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. गुंजन सोनी ने पीबीएम अधीक्षक डॉ. प्रमोद कुमार सैनी सहित चिकित्साधिकारियों की मीटिंग लेकर व्यवस्थाओं की समीक्षा की। पीबीएम अधीक्षक ने बताया कि एमसीएच बिल्डिंग का जायजा लिया गया है। उसकी साफ सफाई कराई जा रही है। यदि मरीजों की संख्या बढ़ती है तो वहां तत्काल उन्हें शिफ्ट कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि डेंगू और मलेरिया के लक्षण होने पर घरेलू उपचार ना करें। मच्छर से होने वाले रोगों से बचाव के लिए पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने, घरों के आसपास जमा पानी की निकासी, कूलर-गमले सहित अन्य जगहों का जलभराव ना हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. देवेंद्र चौधरी, पीबीएम अधीक्षक डॉ पी.के. सैनी, सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त प्राचार्य डॉ सुरेंद्र कुमार वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

