
मथुरा में डेंगू से छात्र-छात्रा की मौत, बीकानेर में 21 नए मरीज मिले, आंकड़े छिपाने में लगा सिस्टम






खुलासा न्यूज, बीकानेर। उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में मच्छरजनित बीमारी डेंगू से छात्र -छात्रा की मौत हो गई।सादाबाद रोड निवासी हरेंद्र सिंह का 15 वर्षीय पुत्र नितिन 11वीं कक्षा का छात्र था। सुरीर क्षेत्र के गांव भिदौनी निवासी हरस्वरूप की 13 वर्षीय पुत्री अन्नू की भी डेंगू से मौत हो गई।
वहीं बीकानेर में डेंगू ने विकराल रूप धारण कर लिया है। हर घर में डेंगू पीडि़त है। अस्पतालों में रोजाना डेंगू के मरीज आ रहे हैं। लेकिन चिकित्सा अधिकारी बीमारी को रोकने के बजाय अब आंकड़े छिपाने में लग गए हैं। डेंगू का प्रकोप बीकानेर शहर में सर्वाधिक देखने को मिल रहा है। अब तक रिपोर्ट हुए 371 रोगियों में से 200 से ज्यादा यहीं के हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक अब तक 86 रोगी ऐसे सामने आ चुके हैं जिनका ठिकाना नहीं मिल पाया है। ऐसे में डेंगू की रोकथाम के प्रयासों पर सवाल उठता है। ऐसे मे जाहिर है कि डेंगू की रोकथाम के सतही उपाय होने के साथ ही ज्यादा ध्यान डेंगू की बजाय इसके आंकड़ों की रोकथाम पर दिया जा रहा है। ऐसा इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि विभाग की एक अनौपचारिक रिपोर्ट के मुताबिक अब तक लगभग 800 एनएस-1 पॉजिटिव रोगी रिपोर्ट हो चुके हैं। मतलब यह कि इतने रोगी रिकॉर्ड में शामिल नहीं है। ऐसे रोगियों की हो रही मौत भी रिकॉर्ड में शामिल नहीं होती। वहीं रविवार को भी चूरू से रैफर होकर आई एक ऐसी ही महिला रोगी की मौत हुई है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने इसे आंकड़ों में शामिल नहीं किया है। हैरान करने वाली बात तो यह है निजी लैबों से जांच कराने वाले डेंगू पॉजीटिवों को विभाग आंकड़ों में शामिल तक नहीं कर रहा है, ना ही निजी लैबों से कोई रिपोर्ट मंगवाई जा रही है।
डेंगू… 21 नए पॉजीटिव मिले, अब तक 371
डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। डिप्टी सीएमएचओ लोकेश कुमार ने बताया कि आज यानि मंगलवारको 21 नए रोगियों में इस बीमारी की पुष्टि हुई है। इस सरकारी आंकड़े के मुताबिक अब तक 371 इस बीमारी के चपेट में आ चुके है। पीबीएम हॉस्पीटल में तीन डेंगू मरीजों की मौत हो चुकी है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग एक मरीज की मौत होना बता रहा है।


