गोबर गोमूत्र को गोपाल से खरीदने एवं उससे वर्मी कंपोस्ट आदि बनाने के संबंध में नीति बनाने की मांग की - Khulasa Online

गोबर गोमूत्र को गोपाल से खरीदने एवं उससे वर्मी कंपोस्ट आदि बनाने के संबंध में नीति बनाने की मांग की

खुलासा न्यूज बीकानेर। राजस्थान गो सेवा परिषद गोपालक को गोबर- गोमूत्र से खाद व कीट नियंत्रक बनाने तथा ऊर्जा के सतत स्त्रोत गोबर गोमूत्र से ही गोपालन को आर्थिक रुप से फायदे का धंधा बनाने की दिशा में कार्यरत है। परिषद ने छोटे स्तर पर इस दिशा में धरातल पर काम किया है। इससे गोपालक को गोबर- गोमूत्र का मूल्य मिलने लगा है। कार्यक्रम संयोजक राजकुमार किराडू ने ्रप्रेस वार्ता में बताया कि राजस्थान सरकार केवल नीति बनाकर गांव गांव में गोबर गोमूत्र उत्पाद आधारित रोजगार के नए आयाम स्थापति कर सकती है। गांधी विद्या मंदिर सरदाशहर की अपने कार्यों के आधार पर विश्लेषण है कि ग्राम पंचायत को मिलने वाले कुल वाषिक बजट की 10 प्रतिशत राशि गोचर व गोशाला विकास व गो संवद्र्वन के लिए निर्धारित कर दें तो साथ में जन सहयोग से इस दिशा में नई प्रेरणा से अच्छा काम हो सकता है। इससे भारी जन जुड़ाव और समाज का सहयोग बढ़ेगा। इन्हें मुद्दों पर राजस्थान गो सेवा परिषद और गांधी मंदिर सरदाशहर के संयुक्त तत्वावधान में कार्य चल रहा है। किराडू ने बताया कि राजस्थान के गोपालक समाजसेवियों, आम नागरिकों आदि से राजस्थान के मुख्यमंत्री से गोबर गोमूत्र को गोपाल से खरीदने एवं उससे वर्मी कंपोस्ट आदि बनाने के संबंध में नीति बनाने की मांग की जाएगी। इस नीति के लिए होने वाले किसी भी अहिंसापूर्ण धरने, प्रदर्शन आदि सभी से संकल्प पत्र भरवाया जाएगा।

error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26