
बेटी ने पेश की अनुठी मिशाल, पढ़े पूरी खबर






खुलासा न्यूज बीकानेर। बीकानेर में सामाजिक रूढि़वादी परंपरा को तोड़ते हुए एक बेटी ने अपने पिता की अर्थी को कंधा देकर एक बड़ी मिसाल पेश की है । बेटी ने अपने पिता की अर्थी को शमशान घाट तक कंधा ही नही दिया बल्कि मुखागिन देकर अंतिम संस्कार की रस्मों को भी पूरा किया । इससे माहौल भवभीन हो गया । बेटी ने ऐसा आदर्श पेश किया कि वह सबके लिए मिसाल बन गई । बेटा नहीं होने की वजह से पिता की अंतिम यात्रा में बेटियां शव को श्मशान घाट तक लेकर पहुंची । बेटे की कमी को दूर करते हुए बेटी ने ही पिता की चिता को मुखाग्नि भी दी । जानकारी के अनुसार बीकानेर के रथखाना निवासी रोडवेज से सेवानिवृत्त कर्मचारी 65 वर्षीय अशोक मुंजाल का कल देर रात निधन हो गया था । वे लम्बे समय से बीमार चल रहे थे । जहा आज बड़ी बेटी तनु ने उनका अंतिम संस्कार किया । बीकानेर के स्थित परदेशियो की बगेची में उनका अंतिम संस्कार किया गया। अशोक मुंजाल की दो बेटियां हैं। गमगीन माहौल में उनकी बड़ी बेटी तनु ने शव यात्रा के दौरान पहले अपने पिता की अर्थी को कंधा दिया और उसके बाद शमशान घाट जाकर गमगीन माहौल में मुखाग्नि दी।आज के समय मे एक बेटी ने अपने पिता को कंधा देकर समाज के लिए एक मैसेज दिया की बेटियां भी बेटों से कम नही है। एक तरफ जहाँ समाज की और से बेटे को ज्यादा महत्व दिया जाता है और हर रीति रिवाज में बेटों को ही आगे रखा जाता है लेकिन इस बेटी ने इन दकियानूसी रिवाजों से ऊपर उठ कर अपना फर्ज निभाया।


