खतरनाक चाइनीज मांझे से सिविल डिफेंस कर्मी की कट गई गर्दन

खतरनाक चाइनीज मांझे से सिविल डिफेंस कर्मी की कट गई गर्दन

बीकानेर। आखातीज के बाद भी चाइनीज मांझे का कहर जारी है। नोखा रोड स्थित शिवा बस्ती में रहने वाले सिविल डिफेंस कर्मी ब्रह्मदेव कुमावत की गर्दन शुक्रवार को चाइनीज मांझे की चपेट में आने के बाद जख्मी हो गई। गंगाशहर रोड पर हुए इस हादसे के बाद ब्रह्मदेव लहूलुहान हालत में सडक़ पर गिर पड़े। राहगीरों ने उन्हें तुरंत पीबीएम हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां ईएनटी के डॉ. गौरव गुप्ता की टीम के तीन डॉक्टरों ने उनका ऑपरेशन किया।
करीब दो घंटे चले ऑपरेशन में मरीज की गर्दन पर तीस टांके लगे हैं। ईएनटी के डॉ. गौरव गुप्ता ने बताया कि मरीज की स्थिति खतरे से बाहर है। चाइनीज मांझे के कारण मरीज की गर्दन के आगे का हिस्सा पूरी तरह कट चुका था। वहीं सांस नली भी जख्मी हुई थी। डॉक्टर गुप्ता ने बताया कि कैरोटिड आर्टरी के कट लगता तो मरीज की जान भी जा सकती थी।
डॉक्टरों ने ऑब्जरवेशन में रखा : ईएनटी के डॉ. गौरव गुप्ता की टीम में शामिल डॉ. सुभाष सिहाग, डॉ. गोविंद और डॉ. राजकुमार ने चाइनीज मांझे से जख्मी ब्रह्मदेव को ईएनटी के मेल वार्ड में ऑब्जरवेशन पर रखा है, ताकि आगामी कुछ दिनों तक मरीज के स्वास्थ्य पर नजर रखी जा सके। मांझे से जख्मी ब्रह्मदेव ने बताया कि वह नोखा रोड स्थित अपने घर से कोतवाली थाने जा रहा था, तभी प्राकृतिक चिकित्सालय के पास बाइक के आगे चाइनीज मांझा आ गया। वह कुछ समझ पाता इससे पहले उसकी गर्दन से खून गिरने लगा। उल्लेखनीय है कि अकेले आखातीज के दिन नौ मरीजों की गर्दन चाइनीज मांझे से जख्मी हुई थी, जिसमें से सात मरीजों का ऑपरेशन करना पड़ा।

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