डागा ने फर्जी नियुक्ति पत्र देकर 10 लाख रुपये ऐंठ लिये, पुलिस ने किया गिरफ्तार






बीकानेर। शिक्षक नियुक्ति के फर्जी आदेश जारी करने और दो महिलाओं से पांच-पांच लाख रुपए की धोखाधड़ी करने के मामले में अजमेर की पुलिस ने बीकानेर के एक युवक को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि बीकानेर का यह युवक पांच महीने से फरार चल रहा था, जिसको क्लॉक टावर थाना पुलिस ने अब गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार परिवादी जगदीश लखानी ने मुकदमा दर्ज करवाया था कि उनकी पत्नी श्वेता ने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की रीट परीक्षा दी थी। वह परीक्षा में सफल नहीं हुई। इस दौरान उनकी बीकानेर के बिस्सों का चौक निवासी अभिषेक डागा से मुलाकात हुई। अभिषेक ने खुद की शासन सचिवालय जयपुर में तैनाती बताई। उसने श्वेता को रीट में पास कराने और नियुक्ति का झांसा दिया। जगदीश ने उसे अलग-अलग चरण में पांच लाख रुपए सौंपे। आरोप है कि इसके बाद जगदीश के पड़ोस में रहने वाली खुशबू गहलोत ने भी उसे पांच लाख रुपए दिए। अभिषेक ने दोनों महिलाओं को नियुक्ति पत्र जारी कर दिए। दोनों पत्रों में निर्वाचन विभाग की सील और अन्य हस्ताक्षर थे। एक महिला को केकड़ी के राजकीय विद्यालय और दूसरी को पुरानी मंडी स्थित सेंट्रल गल्र्स स्कूल में नियुक्ति देना बताया गया। रीट में पास हुए बगैर नियुक्ति पत्र आने पर दोनों ने तोपदड़ा स्थित शिक्षा विभाग से जानकारी ली तो नियुक्ति पत्र फर्जी निकले।

