
2000 करोड़ की साइबर ठगी, बीकानेर के एक ओर व्यक्ति की भूमिका आई सामने, पढ़ें ये खबर






2000 करोड़ की साइबर ठगी, बीकानेर के एक ओर व्यक्ति की भूमिका आई सामने, पढ़ें ये खबर
बीकानेर। दो हजार करोड़ रुपए के बहुचर्चित साइबर फ्रॉड मामले में बीकानेर जिले के एक और व्यक्ति की भूमिका सामने आई है। लूणकरणसर का आढ़ती घनश्याम सारस्वत इस ठगी नेटवर्क में सक्रिय भूमिका निभा रहा था। आरोपी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। खारड़ा निवासी कृष्ण शर्मा ने बीकानेर में ‘करणी ट्रेडिंग कंपनी’ बनाकर फ्रॉड नेटवर्क के लिए करीब 99.65 करोड़ रुपये का लेनदेन किया। पुलिस ने उसे गिरतार कर पूछताछ के बाद न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है। कृष्ण शर्मा की निशानदेही पर घनश्याम सारस्वत की भूमिका उजागर हुई, जो खुद को आढ़ती बताकर कमीशन पर लेनदेन करता था। मिली जानकारी के अनुसार घनश्याम साइबर ठगी के पूरे नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण कड़ी रहा है। उसके कब्जे में आए खातों व संपर्कों से बड़ी धनराशि के लेनदेन के संकेत मिले हैं। उसके घर और दुकान पर लगातार नजर रखी जा रही है। पुलिस ने मुख्य आरोपी अजय आर्य के श्रीगंगानगर स्थित घर से बरामद 3 सीपीयू और 3 पेन ड्राइव का डेटा रिकवर कराया है। जयपुर साइबर विशेषज्ञों की टीम की इस रिकवरी में कई खातों में करोड़ों का लेनदेन सामने आया, जिसके आधार पर नई गिरफ्तारियों की तैयारी है।
मामला कैसे खुला
यह केस 28 जनवरी 2025 को कर्नाटक के विजयपुरा निवासी कांटेप्पा बाबू चव्हाण की शिकायत पर दर्ज हुआ। आरोपी अजय आर्य और उसके साथियों ने ष्टड्डश्चद्वशह्म्द्ग स्नङ्ग कंपनी के नाम पर हजारों निवेशकों से अरबों रुपये ऐंठे और फरार हो गए। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने अजय के घर से 10 लाख नकद, 8 एटीएम कार्ड, 3 सीपीयू, 6 मोबाइल, 3 पैन कार्ड, 85 लाख की लग्जरी कार बरामद की थी।

