
दो हजार करोड़ रुपए की साइबर ठगी का आरोपी बीकानेर में इस जगह से गिरफ्तार







दो हजार करोड़ रुपए की साइबर ठगी का आरोपी बीकानेर में इस जगह से गिरफ्तार
बीकानेर। दो हजार करोड़ रुपए की साइबर फ्रॉड करने के मामले में श्रीगंगानगर की सदर थाना पुलिस ने गुरुवार को एक और आरोपी को बीकानेर से गिरतार किया। इस आरोपी के खाते में ठगी की 99 करोड़ 67 लाख रुपए की रकम जमा हुई थी। सदर सीआई सुभाषचन्द्र ने बताया कि इस साइबर फ्रॉड में बड़े पैमाने पर रकम इधर उधर करने में बीकानेर के तिलकनगर में संचालित करणी ट्रेडिंग कंपनी की अहम भूमिका सामने आई। इस फर्म के नाम से बैंक खाते में यूपीआई और नेट के माध्यम से कुल 99 करोड़ 65 लाख 47 हजार 938 रुपए के लेनदेन का रिकॉर्ड मिला है। यह खाताधारक 36 वर्षीय कृष्ण शर्मा है। यह आरोपी पहले महाराष्ट्र के ठाणे में रहता था। इसके बाद बीकानेर जिले के नापासर थाना क्षेत्र में अपने मूल गांव खारडा में आ गया। गांव से बीकानेर के तिलकनगर में करणी ट्रेडिंग कंपनी संचालित करने लगा। इसके बारे में कप्यूटर और लेपटॉप से जुटाए गए साक्ष्यों के आधार पर पहचान हुई। आरोपी कृष्ण शर्माको बीकानेर से गिरफ्तार कर गुरुवार को अदालत मेें पेश किया। अदालत से 22 जून तक पुलिस रिमांड पर लिया है।
इसी साल 28 जनवरी को कर्नाटक के विजयपुरा जिले के इंगलागी निवासी परिवादी कांटेप्पा बाबू चव्हाण ने श्रीगंगानगर के पुरानी आबादी थाना में रिपोर्ट पेश दी कि आरोपी अजय आर्य व उसके साथियों ने कर्नाटक में कैपमोर एफएक्स कपनी में करोड़ों रुपए का निवेश करवाकर कर्नाटक के हजारों लोगों से साइबर फ्रॉड किया है। करीब दो हजार करोड़ रुपए से अधिक के साइबर ठगी के आरोपी फरार होकर श्रीगंगानगर में आ गए। सदर और पुरानी आबादी पुलिस ने इस मामले में श्रीगंगानगर की अबिका सिटी-2 से आरोपी अजय आर्य के मकान से 10 लाख रुपए, लग्जरी कार व साइबर फ्रॉड के दस्तावेज व उपकरण बरामद किए थे। मुख्य सरगना अजय आर्य के पिता लाजपत आर्य व भाई दीपक आर्य को भी गिरतार किया था।


