गायों का श्मशान : ऐसी क्या मजबूरी हुई की महापौर को उतरना पड़ा मैदान में ? पहले चेत जाते तो नहीं सुनाई देती गो माता की मौन चीत्कार - Khulasa Online

गायों का श्मशान : ऐसी क्या मजबूरी हुई की महापौर को उतरना पड़ा मैदान में ? पहले चेत जाते तो नहीं सुनाई देती गो माता की मौन चीत्कार

– संपादक कुशाल सिंह मेड़तिया की विशेष रिपोर्ट
खुलासा न्यूज़ , बीकानेर । ऐसी क्या मजबूरी हुई की महापौर मेयर सुशीला कंवर राजपुरोहित को मैदान में उतरना पड़ा और ग्राउंड ज़ीरो की रिपोर्ट लेनी पड़ी और सोशल मीडिया पर लाइव आना पड़ा ?

अब यह सवाल उठना लाज़मी है की जहाँ बारिश के दौर में शहर डूब रहा था, फिर भी मेयर साहिबा एक भी दिन मैदान में नहीं उतरी और ना ही ग्राउंड ज़ीरो की रिपोर्ट ली , आख़िर क्यों ?

दरअसल , मामला यह है की आज अचानक से मेयर सुशीला कंवर राजपुरोहित जोहरबीड पहुँची और ग्राउंड ज़ीरो की रिपोर्ट ली। इतना ही नहीं मेयर ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर लम्पी ग्रसित मृत गोवंश को खुले में फेंका जाने की पुष्टि भी की और प्रशासन पर जमकर निशाना साधा । उन्होंने कहा की आयुक्त और समस्त प्रशासन गैरजिम्मेदाराना रवैए से अपनी जवाबदेही से भाग रहे है और जनता को झूठ परोस रहे हैं। जोहड़बीड़ जहां नगर निगम द्वारा मृत पशुओं का निस्तारण किया जाता है।

वहीं आयुक्त गोपालराम बिरड़ा ने मीडिया में बयान देकर इसे झूठा बताया है और कहा है की नगर निगम लंपी रोग ग्रसित मृत गौवंश को सुजानदेसर और नाल की तरफ दफना रहा है ।वहीं प्रशासन ने भी आयुक्त की इस रिपोर्ट पर ठप्पा लगा दिया है।

 

पहले चेत जाते तो नहीं सुनाई देती गो माता की मौन चीत्कार
अक्सर विवादों में रहने वाली मेयर अगर पहले चेत जाती तो आज हर और से यानी 5646 हेक्टेयर में फैले इस वन क्षेत्र में मृत पशुओं की मौन चीत्कार नहीं सुनाई देती । इसके साथ ही दुर्गंध भी नहीं फैलती ।
सोशल मीडिया पर मेयर को कोसा जा रहा है । लोगों का कहना है की गो माता का इलाज नहीं करवा सके तो कम से कम निगम द्वारा सम्मान के साथ दफ़नाने का काम भी किया जा सकता था , आख़िर क्यों नहीं किया ?
अब संक्रमण एवं मृत्यु दर में कमी आने के बाद मेयर की नींद कैसे खुली ?

लंपी का महाप्रकोप : खुलासा ने चला रखी है मुहिम

आज ‘लंपी’ के प्रकोप से श्मशान में बदलते जा रहे हैं। किसी घर में दो तो किसी के आंगन में चार-पांच गायों की मौत हो गई है । चारों ओर लाशों का ढेर लगे हुवे है गायों की लाशों की दुर्गंध से लोगों को साँस लेने में दिक़्क़तें हो रही है । इसको लेकर खुलासा न्यूज़ पिछले डेढ़ माह से लगातार खबरें प्रकाशित कर रहा है । इसके बावजूद भी मेयर को याद नहीं आई ।

 

 

आख़िर आज ही गो माता की याद क्यों आई , सोशल मीडिया पर उठाए जा रहे है सवाल

पिछले दो माह से लंपी स्किन डिजीज का कहर दिनो दिन बढ़ता जा रहा है । लाशों का ढेर लगा हुआ है । इसके बावजूद भी मेयर का कोई भी बयान सामने नहीं आया । अब सोशल मीडिया पर यह सवाल उठाया जा रहा है की आख़िर आज ही गो माता की याद क्यों आई ?

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