
बीकानेर में न्यायालय ने दिया सेना की संपत्ति कुर्क करने का आदेश, जानिए पूरा मामला






खुलासा न्यूज़, बीकानेर। थल सेना में सिपाही विनोद कुमार के छावनी क्षेत्र में हुए एक्सीडेंट के बाद मृत्यु के प्रकरण में नया मोड़ आया है। न्यायालय मोटरयान दुर्घटना दावा अधिकरण ने निर्धारित समय में दावा राशि नहीं जमा करवाए जाने पर सेना व कमांडिंग ऑफिसर, 3 मैक इंफैंट्री के विरुद्ध राशि वसूली के लिए कुर्की के आदेश जारी किए हैं।
आदेश की पालना नहीं करने पर जारी किए कुर्की करने के आदेश
इस मामले को लेकर मुआवजा दावा मृतक के परिजनों की और से एडवोकेट ओम बिश्नोई बोळाÓ ने पेश किया व उसकी पैरवी की। जिसमें माननीय न्यायालय ने मृतक के परिजनों को मुआवजा राशि 59,81,984/- रूपये तथा दावा प्रस्तुत करने की दिनांक से इस राशि पर 07 प्रतिशत ब्याज अदा करने के लिए भारतीय सेना के ट्रक संख्या एएलएस02डी 1457075ई के मालिक (कमाण्डिंग अॅाफिसर, 03 मैक इन्फैक्ट्री बटालियन) व ड्राईवर को संयुक्त रूप से तथा पृथक-पृथक रूप से उत्तरदायी माना था। न्यायालय के द्वारा आदेश दिये जाने के बाद भी भारतीय सेना के द्वारा उक्त मुआवजा राशि न्यायालय मे जमा नही करवाई जाने पर एंव उक्त राशि जमा करवाने हेतु पर्याप्त समय दिये जाने के बाद न्यायालय के आदेश की पालना न किये जाने पर न्यायालय के द्वारा भारतीय सेना व कमाण्डि़ंग अॅाफिसर, 3 मैक इन्फैक्ट्री के विरूद्ध उक्त राशि को वसुल करने हेतु कुर्की करनें के आदेश जारी किये गये हैं।
यह है पूरा मामला
मृतक विनोद कुमार की तरफ से पैरवी करने वाले एडवोकेट ओम बिश्नोई ‘बोळाÓ ने बताया कि 23 अप्रैल 2015 को विनोद कुमार पुत्र गांधीराम जाट निवासी पूनिया कॅालोनी, चुरू व उसका पुत्र परविन्द्र अपनी वैगनार कार संख्या डीएल-2सीबी346 मे सवार होकर सैन्य छावनी, बीकानेर मे स्थित अपने सरकारी आवास की तरफ जा रहे थे। बीकानेर सैन्य छावनी स्थित अनंत विजय चौक से थोडा आगे जब विनोद कुमार अपनी कार को सही दिशा मे सडक के किनारे-किनारे चला रहा था, तब सेना के एक ट्रक संख्या एएलएस02डी 1457075ई के चालक बसन्त छत्री (लांसनायक) ने अपने ट्रक को बहुत तेजगति, लापरवाही एंव गफलत से चलाकर सही दिशा मे सडक के किनारे चल रही वैगनार कार के टक्कर मारी। जिससे कार में सवार विनोद कुमार व परविन्द्र के गंभीर चोटें आई। इन चोटों के कारण विनोद कुमार की मृत्यु हो गई। विनोद कुमार थल सेना मे सिपाही के पद पर कार्यरत था।


