
निगम की लापरवाही की भेंट एक ओर वृद्ध महिला चढ़ी, आवरा पशु ने किया वृद्धों को बुरी तरह से घायल






खुलासा न्यूज बीकानेर। गंगाशहर कुम्हारों के मोहल्ले में रहने वाली गुलाब देवी सुबह मंदिर से घर लौट रही थीं। पीछे से दौड़ते आ रहे एक सांड ने उन्हें टक्कर मार कर गिरा गया। वहां रहने वाले लोगों की मदद से उन्हें पीबीएम अस्पताल ले जाया गया। पुत्र कमल ने बताया कि मां के घुटने में फ्रैक्चर है। डॉक्टर ने पक्का प्लास्टर बांधा है। गौरतलब है कि 17 फरवरी को मुरलीधर व्यास नगर में भी एक गाय ने महिला को रौंद दिया था।
उसके बाद कलेक्टर नमित मेहता ने नगर निगम को रोजाना सौ आवारा पशुओं को पकडऩे के निर्देश दिए थे। लेकिन निगम ने कलेक्टर के आदेश भी हवा में उड़ा दिए। रोज 10-12 आवारा मवेशी ही पकड़े जा रहे हैं। 25 दिन में निगम की टीम और ठेकेदार मिलकर 575 पशु ही अब तक पकड़ पाए हैं।
नंदी गोशाला विवाद नहीं सुलझा पा रहा निगम : सरह नथानिया में निगम की गोशाला है, जिसका एमओयू अभी खत्म नहीं हुआ है। गोशाला में करीब दो हजार पशुओं की मौत हो चुकी है, जिसकी वजह से मेयर ने भुगतान रोका तो संचालक ने पशु लेने से मना कर दिया। इसे लेकर कई महीनों से विवाद चल रहा है। निगम अब तक इस विवाद को नहीं सुलझा पा रहा। निगम की गोशाला में पांच हजार से अधिक आवारा पशुओं को रखने की क्षमता है।
इधर, ठेकेदार ने भी बंद किया काम : नगर निगम ने 600 आवारा पशु पकडऩे का ठेका किया था। ठेकेदार को कानासर और अंबासर की गोशाला दी गई। दोनों जगह 250 पशु भेजने के बाद काम बंद हो गया। ठेकेदार का कहना है कि दोनों गोशालाओं ने पशु लेने बंद कर दिए हैं। उधर, निगम के कर्मचारी 18 फरवरी से आवारा पशु पकड़ रहे हैं, लेकिन रोजाना 12-13 से ज्यादा नहीं पकड़ पा रहे। क्योंकि उन्हें शहर से 45 किमी दूर जयमलसर गोशाला लेकर जाना पड़ता है।
अब तक चार लोगों की हो चुकी है मौत : आवारा पशुओं के हमले में अब तक चार लोगों की जान जा चुकी है। मुक्ता प्रसाद नगर में एक बुजुर्ग के कूल्हे की हड्डी टूट गई थी। असहनीय पीड़ा से परेशान होकर उन्होंने फांसी लगा ली थी। गजनेर रोड पर एक महिला और नृसिंह सागर तालाब के पास एक वृद्ध भी आवारा पशुओं के कारण जान गंवा चुके हैं। इसके अलावा एक साल में अब तक 1235 लोग घायल हो चुके हैं।
शहर में 25 हजार आवारा पशु, डेयरियों को नोटिस जारी करने का काम धीमा : शहर में 25 हजार आवारा पशु हैं। पिछले 25 दिन में निगम मात्र 550 ही पकड़ पाया है। आवारा पशुओं की संख्या बढऩे का मूल कारण शहर में अवैध रूप से चल रही डेयरियां हैं। निगम आयुक्त ने डेयरियों को शहर से बाहर शिफ्ट होने का सार्वजनिक नोटिस जारी था। पंद्रह दिन बाद एक भी डेयरी शहर से बाहर नहीं गई। डेयरियों को नोटिस जारी करने काम भी धीमा पड़ा है।
कांग्रेसी पार्षदों ने किया आंदोलन का ऐलान : आवारा पशुओं के मुद्दे पर कांग्रेसी पार्षदों ने आंदोलन करने का फैसला किया है। पार्षदों ने रविवार एक बैठक में आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की। आनंद सिंह सोढ़ा ने निगम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि आवारा पशुओं के कारण दिए लोग घायल हो रहे हैं। मनोज बिश्नोई ने कहा कि यह शहर की बड़ी समस्या है, जिसे लेकर मेयर ने चुप्पी साध रखी है।
नंदी गोशाला को शुरू नहीं किया जा रहा है। ना ही आवारा पशुओं को पकडऩे का ठेका किया जा रहा है। इसे लेकर जल्दी ही आंदोलन किया जाएगा। बैठक में शिव शंकर बिस्सा, चेतना चौधरी, पारस मारुद्व वसीम फिरोज, प्रफुल्ल हटीला, सुनील, केदार, महेन्द्र बडग़ूजर, पूनमंचद, सुरेंद्र डोटासरा, ताहिर, मुजीब खिलजी, युनूस, जावेद खान आदि मौजूद थे।


