कोरोना वैक्सीनेशन की फर्जी ऐप और वेबसाइट बनाकर हो रही ठगी, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे फेक वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन, ऐसे लगाएं पता

कोरोना वैक्सीनेशन की फर्जी ऐप और वेबसाइट बनाकर हो रही ठगी, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे फेक वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन, ऐसे लगाएं पता

कोरोना संकट के बीच देश में 18 साल से ज्यादा उम्र वालों के लिए वैक्सीनेशन शुरू हो चुका है। देश का कोई भी नागरिक कोविन या आरोग्य सेतु ऐप या वेबसाइट पर जाकर वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकता है। हालांकि इस बीच वैक्सीनेशन से जुड़ी कई फर्जी वेबसाइट और ऐप भी आ गए हैं, जिससे लोगों का पर्सनल डेटा हैक किया जा रहा है।

पिछले दिनों पुलिस ने आगाह किया है कि कोविड वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन के लिए एक फर्जी वेबसाइट का लिंक भेजकर लोगों से ठगी की जा रही थी। यह लिंक भारत सरकार की कोविन ऐप की तरह दिखने वाली एक फर्जी वेबसाइट का लिंक थी। ऐसी कई घटनाएं हुईं और लोगों से रजिस्ट्रेशन के नाम पर तीन-चार लाख रुपए की ठगी हुई। वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन और शेड्यूलिंग में लोगों को होने वाली दिक्कत का फायदा उठाकर ठग फर्जी लिंक भेजते थे और ठगी की घटनाओं को अंजाम देते थे। दिल्ली पुलिस ने ऐसी फर्जी वेबसाइट बनाने वाले दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है।

तो हम आपको बता रहे हैं कुछ आसान तरीके जिनसे आप किसी वेबसाइट के फेक या रियल होने का पता लगा सकते हैं। साथ ही हम आपको कुछ ऐसे फेक ऐप और वेबसाइट के नाम भी बता रहे हैं, जिनके माध्यम से वैक्सीनेशन के नाम पर ठगी की जा रही है…

किसी एंड्रॉयड ऐप की एपीके फाइल डाउनलोड न करें
इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) के अनुसार अगर आपको रजिस्ट्रेशन के लिए एंड्रॉयड फोन पर एपीके फाइल डाउनलोड करने का कोई भी मैसेज आए तो ऐसा न करें। ये एक फेक या नुकसान पहुंचाने वाला ‘मैलवेयर’ हो सकता है। ऐसा करने पर साइबर अटैकर्स आपके मोबाइल के डेटा तक पहुंच सकते हैं।

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