कोरोना : देश में एक बार फिर लॉकडाउन जैसे हालात, सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को लगाई फटकार
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। आलम यह है कि कोरोना केसों के बढऩे की वजह से देश में एक बार फिर लॉकडाउन जैसे हालात पैदा हो गए हैं। यहां तक कि कई राज्यों में कोरोना का असर देखते हुए नाइट कफ्र्यू जैसे उपायों का सहारा लिया जा रहा है। इस बीच देश की सर्वोच्च अदालत ने कोरोना गाइडलाइन की अनदेखी पर नाराजगी जताई है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि लोग मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का खूब उल्लंघन कर रहे हैं। 80 प्रतिशत लोग मास्क नहीं पहनते। शेष 20 प्रतिशत लोग मास्क को सही ढंग से नहीं पहनते। बावजूद इसके केंद्र व राज्य सरकारों को इसकी कोई चिंता ही नहीं है। सरकार काम केवल स्ह्रक्क बनाने तक ही सीमित रह गया है। उसका पालन कराने को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। यही वजह है कि देश में दिन-ब-दिन हालात बिगड़ते जा रहे हैं। उधर, कोर्ट में सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोरोना को लेकर राज्यों को और सख्त होने की हिदायत दी है। देश के 10 राज्यों में कोरोना वायरस के 70 फीसदी केस हैं। वहीं, केंद्र सरकार ने दिल्ली में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के लिए केजरीवाल सरकार पर त्योहारी सीजन और ठंड में सही से गाइडलाइन का पालन न कराने का आरोप लगाया है। केंद्र की ओर से प्रस्तुत शपथ पत्र में कहा गया कि दिल्ली में कोरोना का संक्रमण फैलने की असल वजह दिल्ली सरकार द्वारा उपायों को सही तरीके से लागू न कराया जाना है। आपको बता दें कि भारत में एक दिन में कोरोना वायरस के 43,082 नए मामले सामने आए, जिसके बाद देश में कुल मामलों की संख्या 93,09,787 हो गई। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने शुक्रवार को ये जानकारी दी। 7 नवंबर के बाद से लगातार 20वें दिन भारत में कोरोनावायरस के के मामले 50 हजार से कम दर्ज किए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के डेटा के मुताबिक, भारत में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से 492 मौतें हुई, जिसके बाद कुल मौतों का आंकड़ा 1,35,715 हो गया।