Gold Silver

मेडिकल कॉलेज की लैब में कोरोना फैला, सभी सैंपल पॉजीटिव आने पर लैब को किया सील

उदयपुर। राजस्थान के डूंगरपुर के मेडिकल कॉलेज की कोरोना लैब संक्रमित हो चुकी है। सभी सैंपल पॉजीटिव आने पर उसे विसंक्रमित किए जाने के तमाम उपाय फैल होने पर बंद कर दिया गया है। मंगलवार को एक बार फिर उसमें सैम्पलों की जांच की जाएगी और तभी पता चल पाएगा कि लैब विसंक्रमित हुई या नहीं।
पता चला है कि गुरुवार को डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज की लैब में कोविड-19 की जांच के लिए 254 सैम्पल लाए गए। इनकी जांच की गई तो सभी पॉजीटिव पाए गए। इससे शंका हुई कि लैब में ही कोरोना वायरस फैल चुका है। इसके बाद शुक्रवार को एक साथ तीन सौ सैम्पलों की जांच की गई तो वह भी पॉजीटिव निकले। इससे जाहिर हो गया कि लैब संक्रमित हो चुकी है। लैब में संक्रमण फैलने पर आमतौर सभी सैम्पल पॉजीटिव आते हैं और लैब को विसंक्रमित किया गया। इसके बाद लैब को बंद कर दिया गया।
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसीपल डॉ. श्रीकांत असावा का कहना है कि मंगलवार को एक बार फिर लैब को खोला जाएगा और सैम्पलों की जांच की जाएगी। उसके बाद ही पता चल पाएगा कि लैब संक्रमण मुक्त हो गई या नहीं। संक्रमण पाए जाने पर एक बार फिर लैब के विसंक्रमित किए जाने के उपाय किए जाएंगे। इस बीच डूंगरपुर जिले में लिए जा रहे कोरोना जांच के सैम्पल उदयपुर के आरएनटी मेडिकल कॉलेज भेजे जा रहे हैं। बताया गया कि मेडिकल कॉलेज की लैब सात कमरों में बंटी हुई है। संक्रमण के लैब से बाहर आने की और फैलने की भी शंका जताई जा रही है। पता चला है कि लैब के कर्मचारी कई बार पीपीई किट एवं चप्पल पहनकर लैब के मुख्य द्वार तक आ जाते थे। हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया कि कर्मचारियों को संक्रमण हुआ है नहीं। लैब के समीप कोरोना पॉजीटिव मरीजों का वार्ड और आईसीयू भी स्थित है और वहां चिकित्सकों एवं नर्सिंगकर्मियों का आना-जाना लगा रहता है।
लैब में संक्रमण फैलने का खुलासा हुआ तो सभी लैब टेक्नीशियन और डॉक्टर ने तत्काल ही वरिष्ठ डॉक्टर व मेडिकल कॉलेज प्रिंसीपल को इससे अवगत कराते हुए लैब को डिकंटेनमेट यानी विसंक्रमित करने की करने की प्रक्रिया पूरी करने के बाद बंद कर दिया गया।
ये है लैब की प्रोसेस… निगेटिव रूम में विसंक्रमित करने के बाद यहीं खोला जाता है सभी सैंपलों को
कोविड-19 लैब 7 कमरों में विभक्त है। सबसे पहले बाहर से आने वाला सैंपल कलेक्शन रूम में आता है। यहां वीटीएम किट को सोडियम हाइपो क्लोराइड से विसंक्रमित करने के बाद निगेटिव रूम में ले लाया जाता है।इस रूम में सैंपल को खोला जाता है तथा यहां से किट को मशीन में लगाने के लिए तैयार किया जाता है। लैब में संक्रमण इसी रूम से फैला है। इस रूम के बाद सैंपल आरएनए रूम, फिर मास्टर मिक्सर रूम, फिर पीसीआर रूम में फायनल रिपोर्ट के लिए पहुंचता है। इसके बाद लैब में स्टोर रूम और कम्प्यूटर रूम होता है।
कोविड-19 लैब में संक्रमण फैल गया है। इसे विसंक्रमित करने के फोगिंग व अन्य उपचार करने के बाद बंद कर दिया है। मंगलवार को लैब को फिर से खोलकर सैंपलों की जांच कर संक्रमण का पता किया जाएगा। अगर संक्रमण मिलता है तो फिर से इसे विसंक्रमित करेंगे। संक्रमण कैसे फैला इसका पता नहीं चल सका है। अभी यहां सैंपलों की जांच बंद कर दी है तथा सैंपल उदयपुर आरएनटी कॉलेज भेजे गए हैं।

Join Whatsapp 26