बीकानेर सहित राजस्थान के इन जिलों में कोरोना डरा रहा है, 14 दिनों में 35 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ा - Khulasa Online बीकानेर सहित राजस्थान के इन जिलों में कोरोना डरा रहा है, 14 दिनों में 35 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ा - Khulasa Online

बीकानेर सहित राजस्थान के इन जिलों में कोरोना डरा रहा है, 14 दिनों में 35 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ा

जयपुर। राजस्थान में कोरोना का ग्राफ तेजी से बढऩे लगा है। पॉजिटविटी रेट की बात करे तो अब हर हफ्ते में दोगुना रफ्तार से बढऩे लगी है। 1 अप्रेल से 14 अप्रैल तक के कोरोना केस की स्टडी में सामने आया कि 14 दिन में कोरोना की पॉजिटविटी रेट 35.5 फीसदी बढ़ी है। जबकी 1 अप्रेल को कोरोना की पॉजिटविटी रेट -4.5 प्रतिशत थी और केस 21 थे। लेकिन 6 अप्रेल को 100 केस आए और उसके बाद कोरोना दो गुना रफ्तार सेे बढऩे लगा। एक से 7 अप्रेल तक कोरोना की पॉजिटविटी रेट 2.88 फीसदी रही। वही 8 से 14 अप्रेल तक कोरोना की पॉजिटविटी रेट 5.74 फीसदी यानी की दो गुनी हो गई। बढ़ते कोरोना केसो के साथ मौत की संख्या भी बढ़ती जा रही है। पिछले 16 दिनों में 19 मरीजों की मौत सामने आई है। जिसमें सामने आया है कि पहले आठ दिन यानी 1 से 8 अप्रेल तक प्रदेश में 5 मरीजों की मौत हुई है। वहीं दूसरे आठ दिन यानी 9 से 16 अप्रेल तक 14 मरीजों की मौत हो चुकी है।
400 से ज्यादा नए मरीज मिले–
प्रदेश में  419 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वही 3 मरीजों की मौत हुई है। प्रदेश में अब 2058 कोरोना संक्रमित हो गए हैं। जयपुर, अलवर, झुंझुनू में तीन मौत हुई है, चिकित्सा विभाग की ओर से प्रदेश में 3093 सैंपल लिए गए। जिसमें सबसे ज्यादा मामले राजधानी जयपुर में सामने आए हैं। जयपुर जिले में 132 कोरोना संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा उदयपुर में 51, अजमेर में 36, डूंगरपुर में 31, अलवर में 26, पाली में 22, जोधपुर में 19, बीकानेर में 15, प्रतापगढ़ में 12, झालावाड़ में 11, भरतपुर में 10, बांसवाड़ा, गंगानगर में 8-8, राजसमंद, सिरोही में 5-5, चित्तौडग़ढ़, झुंझुनू, कोटा में 4-4, जैसलमेर, सीकर, टोंक में 3-3, बूंदी, धौलपुर, नागौर में 2-2, चूरू में 1 नए संक्रमित मरीज मिले है तो वही 122 मरीजों को रिकवर होने पर डिस्चार्ज किया गया है।
अभी भी लापरवाही आ रही नजर–
चिकित्सा विभाग की ओर से कोरोना को लेकर लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। सभी जिलों के सीएमएचओ व अन्य चिकित्सा अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए जा रहे है कि मरीजों की टेस्टिंग बढ़ाई जाएं। ताकी कोरोना संक्रमितों का उपचा समयबद्ध किया जा सके। लेकिन प्रदेश में ऐसे कई जिले है। जहां अब भी 100 से कम सैंपलिंग सामने आ रही है। जिसकी वजह से इन जिलों में कोरोना मरीजों की पूरी स्क्रिनिंग नहीं हो पा रही है।

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