
बीकानेर में कोरोना : अगर आप कोरोना पॉजीटिव हैं तो घबराएं नहीं, एक्सपर्ट डॉ. सुरेन्द्र वर्मा व डॉ. दयाल शर्मा की राय पढि़ए







-कोरोना का खौफ दूर करने वाली एक्सक्लुसिव रिपोर्ट,
– एक्सपर्ट डॉ. सुरेन्द्र वर्मा व डॉ. दयाल शर्मा से खास बातचीत
देश भर में बढ़ते कोरोना संक्रमण और होने वाली मौतों को देखकर जहां एक तरफ माहौल में काफी तनाव देखा जा रहा है. बीकानेर सहित प्रदेश भर में जिले में दिनों-दिन कोरोना का खतरा बढ़ता जा रहा है. इस मुश्किल वक़्त में 2 अनुभवी डॉ. सुरेन्द्र वर्मा व डॉ. दयाल शर्मा ने कोरोना से जुड़ी चर्चा में जरुरी सुझाव दिए हैं.
इन अनुभवी डॉक्टर्स ने कहा है कि संक्रमण से घबराएं नहीं। क्योंकि आप आसानी से कोरोना को मात दे सकते हैं। ऐसा आप तब कर पाएंगे जब आप हिम्मत से काम लेंगे। क्योंकि आपका हौसला ही आपकी दवाई है। सुरक्षित रहने के लिए डरना जरूरी भी है। लेकिन जब आपको कोरोना हो जाए तो डर को दिल से बाहर निकाल दें। आपको सर्दी, खांसी बुखार सहित कोई परेशानी होती है तो सबसे पहले डॉक्टर्स से परामर्श लें , इसके बाद कोरोना जांच कराएं। उनकी निगरानी में रहकर दवाइयों का सेवन करते रहें।
कोई भी ऐसा शख्स जो कोरोना वायरस से संक्रमित है और असमंजस की स्थित में है कि ऐसे दौर में क्या किया जाए क्या नहीं, उसके लिए यहां एक्सपर्ट डॉ. सुरेन्द्र वर्मा व डॉ. दयाल शर्मा ने सभी सवालों के जवाब और जरुरी मार्गदर्शन दिए हैं.
सवाल: मुझे तीन दिनों से बुखार आ रहा है, क्या मुझे RT-PCR के लिए जाना चाहिए?
जवाब: वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह माना जा सकता है कि आप कोरोना संक्रमित हैं. ऐसे में इसी दिशा में उपचार करें. अगर हो सके तो डॉक्टर्स से परामर्श कर COVID-19 के लिए RT-PCR टेस्ट करवाएं.
सवाल: मैं 3 दिनों से बुखार से ग्रसित हूं, और RT-PCR टेस्ट में मेरा रिजल्ट कोरोना पॉजिटिव आया है. ऐसे में मुझे क्या करना चाहिए? मुझे कौन सी जांच और कौन सी दवा लेनी चाहिए?
जवाब: A- सामान्य देखभाल:
1. अपने घर पर आइसोलेशन का सख्ती से पालन करें. एक ही घर में सभी पॉजिटिव मरीजों को अलग-अलग कमरों में नहीं रहना पड़ता है
2. अपने तापमान को हर छह घंटे में मॉनिटर करें, अगर आपका तापमान 101 से ऊपर हो जाता है, तो तुरंत दवा पैरासिटामोल 650mg लें
3. पल्स ऑक्सीमीटर द्वारा ब्लड लेवल पर हर 6 घंटे में नजर बनाए रखें. अगर यह 94% या इससे अधिक है तो चिंता करने की कोई बात नहीं है. सामान्य आहार लें
4. पर्याप्त तरल पदार्थ लें
5. कोरोना पॉजीटिव रिपोर्ट आने के बाद लगातार तीन दिन तक दवा लेने के बावजूद भी बुखार नहीं उतरे तो अपने नजदीकी डॉक्टर्स से परामर्श लेनी चाहिए और चेस्ट एक्सरे, टीएलसी, डीएलसी और टीआरपी और बी-डायमर जांच करवानी चाहिए।
सवाल : कोरोना हो जाए तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा सामान्य मेडिकल किट पहुंचाई जाती है, क्या वह दवाई लेनी चाहिए ?
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जो सामान्य मेडिकल किट पहुंचाई जाती है वो डॉक्टर की सलाह पर लेनी चाहिए। इसमें एजिथ्रोमाइसिन 500 एमजी टेबलेट, जिंक टेबलेट, विटामीन सी पेरासिटामोल – 500 एमजी व विटामिन C और जिंक की डोज लेनी चाहिए।
B- ब्लड टेस्ट:
आम तौर पर हल्के मामलों में ब्लड टेस्ट की आवश्यकता नहीं होती है. गंभीर लक्षणों (उच्च बुखार, गंभीर दस्त, गंभीर थकान आदि) वाले लोगों के लिए बिना कुछ खाए: सीबीसी, सीआरपी और एलएफटी जांच करानी चाहिए.
C- उपचार:
कोरोना संक्रमण का कोई विशिष्ट उपचार नहीं है. केवल, लक्षणों से राहत के लिए उपचार की आवश्यकता है.जिसमें बुखार/शरीर में दर्द/सिरदर्द के लिए आप पैरासिटामोल ले सकते हैं. वहीं गले में खराश के लिए गुनगुने पानी से गार्गल करें. इसके अलावा गले में जलन, छींक या नाक बहने के उपचार के लिए टैब सेटीरिज़िन (ज़िरटेक) एक दिन में एक बार लें.
D- सामान्य इम्युनिटी बूस्टर के तौर पर 15 दिनों के लिए टैबलेट जिंक 50 मिलीग्राम (टैब ज़िनकोनिया) लें.
E- मोटापा, मधुमेह, हाई बीपी, अस्थमा, किडनी रोग, धूम्रपान करने वालों, पुरानी छाती के रोगों और टीबी इत्यादि के मरीज पहले से चल रही अपनी सभी दवाइयों का सेवन करते रहें. ऐसे में आपको यदि कोरोना के लक्षण हैं तो आप अपने डॉक्टर से तुरंत सलाह लें. ध्यान दें ऐसे मरीज जो 70 साल की उम्र या उससे अधिक हैं और उन्हें मधुमेह अथवा कोई गंभीर रोग है तो वो तुरंत अपने डॉक्टर की सलाह का पालन करें.
F- HRCT चेस्ट टेस्ट की जरुरत: सामान्य (> 93) ऑक्सीजन स्तर वाले लोगों को छाती के HRCT की आवश्यकता नहीं होती है. यह केवल तभी किया जाना चाहिए जब ऑक्सीजन लगातार 93 से नीचे रहे, या गंभीर रूप से सांस गिर न रही हो. सिर्फ असामान्य ब्लड टेस्ट, CT करने का एक कारण नहीं हो सकता है.
ध्यान दें:
विशेष : गर्म पानी पीने और गर्म पानी में हल्दी डालकर पीने से काफी फायदेमंद होगा। साथ ही हल्दी वाले गर्म पानी से गार्गल करें।
अगर ऐसा हो रहा है तो चिंता करें
- ऑक्सीजन लेवल अगर 90 के नीचे गिरता है तो चिंता करने की बात है।
- पल्स 60 से 100 के बीच रहना चाहिए। होता ये है कि मरीज चिंता करता है जिसके कारण उसे नींद नहीं आती और नाड़ी तेज चलती है।
- नींद सबसे ज्यादा जरूरी है। पर्याप्त भोजन लें।
कोरोना की चेन तोडऩे के लिए घर में रहिए
कोरोना लगातार तांडव मचा रहा है। ऐसे में तांडव यह सीख भी देता है कि हम समझदारी दिखाएं। अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए स्वयं के साथ परिवार व दूसरों की जि़दगी भी बचाएं। बता दें कि इस समय कोरोना की चेन तोडऩे से अधिक जरूरी कोई काम नहीं है। आपका घर से बाहर निकलना आपके साथ दूसरों की जि़दगी के लिए भी खतरनाक है। खुलासा न्यूज़ आपसे अपील करता है कि आप घरों में रहें, आपका घर रहना ही इस वक्त देशभक्ति है। कहीं ऐसा ना हो कि आप बाहर जाकर खुद संक्रमित होने के साथ साथ किसी निर्दोष के लिए भी खतरा बन जाए।


