
बीकानेर में कोरोना : आज हुई 12 मरीजों की मौत, बढ़ता आंकड़ा चिंताजनक
















खुलासा न्यूज , बीकानेर। बीकानेर में रविवार को लिए गए सैंपल की जांच में सोमवार को पॉजिटिव का आंकड़ा महज 182 ही रहा। अर्से बाद बीकानेर में दो सौ से कम पॉजिटिव केस आए हैं। बीकानेर पीआरओ की सूचना के अनुसार 153 पॉजिटिव आए हैं। 32 रिपीट पॉजिटिव भी आये हैं। इनमें से कुछ लोग जिले से बाहर के भी हैं। आज की सूचियों में 45 वर्ष तक के 126 पॉजिटिव आये हैं। वहीं 45 वर्ष से ऊपर 56 लोग हैं। आज आये पॉजिटिव में72 महिलाएं, व 110 पुरुष पॉजिटिव आये हैं। ज्यादा चिंताजनक हालात यह है कि पॉजिटिव में अधिकांश युवा हैं। बीकानेर में अपेक्षाकृत कम जांचे होने के कारण नए पॉजिटिव का आंकड़ों में अन्तर दिख रहा है। बीकानेर पीआरओ की सूचना के अनुसार 153 पॉजिटिव आए हैं।
कोरोना संक्रमण के पॉजिटिव के आंकड़े घट रहें हैं परन्तु मरीजों के मरने का आंकड़ा काबू में नहीं आ रहा है। जिससे घबराकर प्रशासन द्वारा मृत्यु के आंकड़े घोषित नहीं किए जा रहे हैं। मृत्यु के वास्तविक आंकड़ा ज्यादा होने की चर्चाएं रहती है , क्योंकि निजी अस्पतालों व घरों में मरने वालों के आंकड़े गिनती में नहीं लिए जा रहें हैं।
बीकानेर जिले में कोरोना संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है। रविवार को बीकानेर जिले से 281कोरोना पॉजिटिव तथा 32 रिपीट पॉजिटिव मिले। उनमें कुछ जिले से बाहर के भी थे । सोमवार को पिछले 24 घंटों में 12 लोगों की मृत्यु हुई है।
बीकानेर पीआरओ की सूचना के अनुसार सोमवार को 620 व्यक्ति संक्रमण से रिकवर होकर डिस्चार्ज हुए। जांचें 996 व्यक्तियों की हुई। कुल एक्टिव केस 3563 हैं, जिसमे इंस्टिट्यूशनल आइसोलेट 43, होम क्वारेन्टइन 2874 तथा शेष पीबीएम में भर्ती है। जिले में कन्टेन्टमेंट जोन 09 तथा 143 माइक्रो कन्टेन्टमेंट जोन बनाए हुए हैं।
कोरोना महाकहर के मध्य अच्छी खबर रही की सोमवार 24 मई को 620 , रविवार 23 मई को 679 , शनिवार 22 मई को 705 , शुक्रवार 21 मई को 396 , गुरुवार 20 मई को 777, बुधवार 19 मई को 833, मंगलवार 18 मई को 705, सोमवार 17 मई को 921, रविवार 16 मई को 1122, शनिवार 15 मई को 809, शुक्रवार 14 मई को 506, गुरुवार 13 मई को 864, बुधवार 12 अप्रैल को 799, मंगलवार 11 मई को 1154, सोमवार 10 मई को 822, रविवार 9 मई को 1020, शनिवार 8 मई को 744, 7 मई को 414, 6 मई को सर्वाधिक 894, 5 मई को 714, 4 मई को 869, 3 मई को 723, 2 मई को 791 व 1 मई को 840 ठीक हुए।
प्रदेश में 24 मई सोमवार से त्रि-स्तरीय जन अनुशासन लॉकडाउन की नई गाइडलाइन लागू हो गई है। पॉजिटिव केसेज में कुछ कमी आने के बावजूद भी संक्रमण एवं मृत्युदर तथा अस्पतालों पर अत्यधिक दबाव को देखते हुए सरकार ने इस लॉकडाउन को 8 जून को प्रात: 5 बजे तक लागू करने का फैसला किया है। राज्य में विगत 17 अप्रेल से लगातार लागू रहे कफ्र्यू कम लॉकडाउन का प्रभाव आंकड़ों पर तो अब अवश्य दिखा है, परन्तु हकीकत में कोरोना संक्रमण के साथ ही महामारी घोषित हुई ब्लैक फंगस यानी म्यूकोरमाइकोसिस नामक बीमारी ने भी नई समस्या खड़ी कर दी है। ऐसे समय में आवश्यकता है कि लोग बीमारी की चपेट में आने से बचे और यदि दुर्भाग्य से आ भी जाएं तो समय रहते उनका सही उपचार हो सके।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने देशभर में युवाओं के साथ ग्रामीण क्षेत्रों को भी अपनी जद में ले लिया। कम समय में ही संक्रमण का फैलाव सभी इंतजामात पर भारी रहा। यह ऐसा विकट समय रहा जिसमें साँसों तक पर आफत आ खड़ी हुई। जिन्दगियाँ दांव पर लगी रही और हर किसी के लिए कल की फिक्र करना तो दूर, आज का संभलना भी दुभर हो गया। बंदिशों के चलते प्राईवेट सेक्टर पर गहरा असर पड़ा। लेकिन सरकार व समाज के प्रयासों से कम समय में ही राहत की दिशा में आवश्यक कदम उठाते हुए एक बार पुन: देश के समक्ष आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता हो पाई।
इस दौरान जनता को ओझी राजनीति से भी रूबरू होना पड़ा तो वहीं हर क्षेत्र में फैले ब्लैक मार्केटिंग के लूटेरों, अपना हित साधने वाले दानवों ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। चंद मामलात समक्ष भी आए, जिन पर कार्यवाहियां हुई। परन्तु जनता को इन सबसे निजात मिलने की संभावना ऐसे कठिन दौर में भी नहीं मिली। फिलहाल महामारी से जुझ रही जनता को इंतजार है, पुन: सामान्य जिन्दगी में लौटने का।


