
संविदाकर्मियों ने कहा,सरकार उनकी ओर भी दे ध्यान






बीकानेर। कोरोना वायरस के संभावित खतरे को देखते हुए पूरे राजस्थान में चिकित्सा विभाग मुस्तैदी से काम कर रहा है और जब बात चिकित्सा विभाग की आती है तो वह सब कर्मचारी इसमें शामिल होते हैं जो चाहे नियमित हो या संविदा प्रबंधकीय(खण्ड कार्यक्रम प्रबंधक,लेखाकार,खण्ड एवम पीएचसी आशा सुपरवाइजर)पैरामेडिकल कर्मी।इस वक्त राष्ट्र विकट परिस्थितियों से जूझ रहा है और इस परिस्थिति में भी चिकित्सा विभाग के संविदा प्रबंधकीय एवम पैरामेडिकल कर्मी अपनी पूरी ताकत के साथ काम कर रहे हैं लेकिन एक काला सच यह भी है कि इन संविदा कर्मियों के लिए सरकार ने संवेदनहीन रवैया अपनाया है। चिकित्सा विभाग के नियमित कर्मचारियों हेतु अलग से भत्ता व अन्य सुविधाएं जारी करना प्रबन्धकीय एवम पैरामेडिकल संविदा कर्मियों के हौसले को तोडऩे के बराबर है। सरकार को चाहिए कि वह चिकित्सा विभाग में कार्यरत संविदा प्रबंदकीय एवम पैरामेडिकल कर्मियों को भी वह सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाएं जो एक नियमित स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को दी जा रही है क्योंकि जब देश विकट परिस्थिति में खड़ा है तो उस परिस्थिति में संविदा कर्मी भी उतना ही योगदान दे रहा है जितना एक नियमित कर्मचारी। पिछले दिनों नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर से ट्वीट कर सरकार से यह मांग की थी। हम उम्मीद करते हैं कि सरकार जल्द ही इस और बड़ा फैसला लेगी।


