कांग्रेस का चिंतन : एक परिवार एक टिकट फॉर्मूला लागू होगा - Khulasa Online कांग्रेस का चिंतन : एक परिवार एक टिकट फॉर्मूला लागू होगा - Khulasa Online

कांग्रेस का चिंतन : एक परिवार एक टिकट फॉर्मूला लागू होगा

उदयपुर। कांग्रेस चिंतन शिविर के बाद पार्टी अब टॉप टू बॉटम बड़े बदलाव की तैयारी में है। इस शिविर के बाद कांग्रेस एक परिवार एक टिकट फार्मूला को लागू करेगी। शुक्रवार को उदयपुर में चिंतन शिविर की शुरुआत होने जा रही है। इससे पहले कांग्रेस राजस्थान प्रभारी और राष्ट्रीय महा सचिव अजय माकन ने उदयपुर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि संगठन के पैनल पर डिस्कशन हुए है। उन्होंने कहा कि आप चिंतन शिविर बाद बहुत बड़ा बदलाव संगठन में देखेंगे। माकन ने कहा कि हमारे डेमोक्रेसी के नए टूल आ गए हैं।
हमारा सबसे छोटा यूनिट बूथ और उसके बाद सीधे ब्लॉक है। अब हम पोलिंग बूथ और ब्लॉक के बीच मंडल यूनिट बनांगे। 15 से 20 बूथ का एक मंडल होगा। पांच मंडल का एक ब्लॉक होगा। इस तरह संगठन का ढांचा होगा। इसके साथ ही कांग्रेस अपना इन साइड डिपार्टमेंट पर काम करेगा। उन्होंने कहा कि पार्टी में अलग से असेसमेंट विंग बनेगी जो नेताओं के कामकाज का आकलन करेगी। खराब काम वालों को हटाया जाएगा और अच्छे काम वालों को प्रमोट करेंगे।
माकन बोले- एक परिवार से एक ही व्यक्ति को टिकट
कांग्रेस में अब एक परिवार से एक ही व्यक्ति को टिकट और पद मिलेगा। अजय माकन ने कहा हमारे पैनल में यह चर्चा हुई है एक व्यक्ति एक पद के फार्मूला को लागू किया जाए। इसके तहत अब पार्टी में एक परिवार से एक ही व्यक्ति को ही टिकट देने पर चर्चा हुई है।
जिसे भी टिकट दिया जाए उसने कम से कम 5 साल पार्टी में काम किया हो। सीधे टिकट नहीं दिया जाए। इसके अलावा पार्टी में लगातार किसी को 5 साल के बाद पद नहीं दिया जाए, कम से कम 3 साल का कूलिंग पीरियड रहे। तीन साल के गैप के बाद ही आगे कोई पद दिया जाए।
शुक्रवार सुबह ट्रेन से पहुंचे राहुल गांधी का राजस्थानी अंदाज में उनका स्टेशन पर स्वागत हुआ। राहुल गांधी के साथ दिल्ली से कई बड़े नेता भी ट्रेन से ही आए हैं। सभी नेता बस से होटल ताज अरावली के लिए रवाना हुए हैं। प्रियंका गांधी भी होटल पहुंच चुकी हैं।
कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी उदयपुर एयरपोर्ट पहुंच गई हैं। सीएम अशोक गहलोत सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता उन्हें रिसीव करने पहुंचे। यहां से वे ताज अरावली जाएंगी। 2 बजे सोनिया गांधी की स्पीच से चिंतन शिविर शुरू होगा।
तीन दिन चलने वाले इस शिविर में देश की सबसे पुरानी पार्टी का भविष्य तय होगा। कांग्रेस से जुड़े विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि यह शिविर अब तक हुए आम शिविरों की तरह नहीं है। शिविर की शुरुआत दोपहर तीन बजे से ग्रुप डिस्कशन के साथ होगी। इससे पहले दोपहर 2 बजे सोनिया गांधी वेलकम स्पीच देंगी।
चिंतन शिविर को लेकर लंब समय से तैयारियां की जा रही हैं। देशभर से कांग्रेस के बड़े नेता यहां पहुंच रहे हैं। प्रियंका गांधी भी यहां पहुंची हैं।
कांग्रेस ने पिछले कुछ वर्षों में अपने प्रदर्शन को देखते हुए यह तय किया है कि अगर अब भी पार्टी को मजबूत नहीं किया गया तो देर हो जाएगी। ऐसे में इस शिविर में कई बड़े अहम, कड़े और चौंकाने वाले निर्णय हो सकते हैं। इसमें संगठन से लेकर नेतृत्व और नीति तक सबकुछ शामिल है। माना जा रहा है कि नव संकल्प नाम की ही तर्ज पर इस शिविर के बाद एक नई कांग्रेस देखने को मिल सकती है। शिविर में कुछ इस तरह के कड़े निर्णय भी लिए जा सकते हैं जिससे शायद कांग्रेस में सभी खुश ना हो।
इन मसलों पर होगा मंथन, निकलेगा हल
नेतृत्व
इस वक्त कांग्रेस के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द नेतृत्व है। कांग्रेस में लगातार नेतृत्व को लेकर सवाल उठते रहे हैं। कई वरिष्ठ नेता पार्टी की जिम्मेदारी गैर-गांधी को देने की वकालत कर चुके हैं। वहीं कईयों का मानना है कि नेता गांधी परिवार से ही होना चाहिए। गांधी परिवार में भी सोनिया और राहुल को लेकर भी कांग्रेस बंटी नजर आती है। ऐसे में इस शिविर में नेतृत्व को लेकर सैद्धांतिक सहमतियां हो सकती हैं।
संगठन
कांग्रेस संगठन पिछले कुछ समय में काफी कमजोर हुआ है। लगातार नेताओं का पार्टी छोडक़र जाना, अंदरूनी गुटबाजी, अविश्वास सहित कई खामियां हैं। ऐसे में इन खामियों को दूर करने को लेकर महत्वपूर्ण और कड़े निर्णय कांग्रेस ले सकती है। शिविर के बाद कांग्रेस संगठन का अंदरूनी ढांचा पूरी तरह बदल सकता है।

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