कांग्रेस का अंदरूनी संघर्ष मध्यावधि चुनाव में ले जाएगा:
जयपुर। BJP के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा- कांग्रेस में चल रहा अंदरूनी सियासी संघर्ष कहीं हमें मध्यावधि चुनाव (मिड टर्म इलेक्शन) की ओर लेकर जाएगा। इनका संघर्ष किसी भी स्थिति में जा सकता है। आज मंत्री-विधायकों में आपसी बातचीत और संबंध नहीं है। साथ बैठ नहीं सकते हैं। उस हालात में कुछ भी हो सकता है। प्रदेश बीजेपी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में चतुर्वेदी ने कहा जिस तरह का राजनीतिक गठबंधन है, जिस तरह कांग्रेस की स्थिति है। मुख्यमंत्री जिस भाषा में अपने कांग्रेस के लोगों के लिए बात करते हैं। लगातार कांग्रेस के ही विधायक और मंत्री जिस तरह के आरोप अपनी ही सरकार पर लगा रहे हैं। उससे ऐसा ही लगता है।
राजस्थान 2 साल से रामभरोसे चल रहा
अरुण चतुर्वेदी ने कहा- राजस्थान पिछले 2 साल से रामभरोसे चल रहा है। 90 दिन के आस-पास सरकार सियासी, राज्यसभा चुनाव और अलग-अलग कारणों से बाड़ाबंदी में रही। CM की प्राथमिक जिम्मेदारी है कि वो राजस्थान की जनता और हितों कि चिन्ता करें। मंत्रियों की चिन्ता होनी चाहिए कि राजस्थान में जिस तरह के हालात बने हैं वो अपने अपने विभाग की चिन्ता करें। लेकिन उनकी प्राथमिकता बन गई है कि देश के कानून को नीचा दिखाने और एजेंसियों को कैसे छोटा बताने का काम करें। इसलिए दिल्ली में अलग-अलग तरीके के धरने प्रदर्शन कर दबाव बनाने का काम किया जा रहा है।
नरेन्द्र मोदी से SIT की 10 घंटे पूछताछ हुई थी
CM गहलोत और कांग्रेस नेताओं के ED पर आरोपों को लेकर चतुर्वेदी ने कहा- कांग्रेस ध्यान कर ले गुजरात दंगों के कारण सुप्रीम कोर्ट ने SIT बनाई। जिसने उस वक्त गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी से 10 घंटे पूछताछ की थी। नरेन्द्र मोदी एक जिम्मेदार नागरिक के नाते पूछताछ के लिए SIT के सामने पेश हुए। पानी की एक बोतल लेकर गए। अपने साथ एक भी व्यक्ति नहीं लेकर गए। यहां भी कोर्ट के आदेश से राहुल गांधी और सोनिया गांधी को समन हुआ। जिसकी जमानत पर वो कोर्ट से बाहर हैं। उसी कोर्ट के आदेश पर ED जांच कर रही है। इसमें BJP या नरेन्द्र मोदी सरकार का आदेश नहीं है। एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते उन्हें जांच का जिम्मेदारी से सामना करना चाहिए। कांग्रेस जिस तरह का हो-हल्ला इस मामले पर मचा रही है, उससे शक पैदा होता है कि क्या उनको कुछ और अंदेशा है,जिस कारण परेशान हैं।
अब राजस्थान की जनता इस चेहरे को समझ चुकी है
गहलोत की ओर से महाराष्ट्र में बीजेपी पर सियासी तोड़फोड़ करने और राजस्थान में भी सरकार गिराने की कोशिशों के आरोपों पर चतुर्वेदी ने कहा मुख्यमंत्री गहलोत राजस्थान के गृहमंत्री भी हैं। वो इस बात को लगातार कई बार बोल चुके हैं। उनके लोगों ने ACB में पहले मुकदमा दर्ज कराया था। उनके पास कोई फैक्ट, सूचना,गवाह हैं तो जाकर मुकदमा दर्ज कराएं और कार्रवाई करें। इस तरह से हवा में बातों को उछालकर उसके आधार पर केवल मुद्दे खड़े करना उनका स्वभाव बन चुका है। रोजाना सुबह-सुबह मुंह धोने के बाद नरेन्द्र मोदी और बीजेपी पर कोई ना कोई आरोप लगाकर अपने दिन की शुरुआत करना उनके स्वभाव में आ चुका है। अब राजस्थान की जनता इस चेहरे को समझ चुकी है।