चुनाव हारने के बाद गहलोत-पायलट की मौजूदगी में कांग्रेस की पहली बड़ी बैठक, ले लिया गया ये फैसला

चुनाव हारने के बाद गहलोत-पायलट की मौजूदगी में कांग्रेस की पहली बड़ी बैठक, ले लिया गया ये फैसला

चुनाव हारने के बाद गहलोत-पायलट की मौजूदगी में कांग्रेस की पहली बड़ी बैठक, ले लिया गया ये फैसला

जयपुर। कांग्रेस विधायक दल की बैठक मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में हुई। इसमें नेता प्रतिपक्ष का फैसला आलाकमान पर छोड़ने का प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में पार्टी के सभी नवनिर्वाचित विधायक शामिल हुए। बैठक के बाद एआईसीसी की ओर से भेजे गए तीनों पर्यवेक्षकों मधुसूदन मिस्त्री, भूपेन्द्रसिंह हुड्न, मुकुल वासनिक ने एक-एक कर विधायक से फीडबैक लिया। इसमें नेता प्रतिपक्ष के नाम को लेकर भी चर्चा की। बैठक में प्रदेश प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा, प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द डोटासरा, कार्यवाहक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस कार्यसमिति सदस्य सचिन पायलट व महेन्द्रजीत सिंह मालवीय भी मौज भी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि बैठक में चुनाव में हार बताया के कारणों को लेकर भी चर्चा हुई। उम्मीद थी दोबारा बनेगी सरकारः सचिन पायलट ने कहा कि हमें उम्मीद थी कि राजस्थान में इस बार सरकार दोबारा बनेगी। कुछ कमियां रहीं। इन कमियों को स्वीकार करना पड़ेगा। अब भी जनता की आवाज बनकर जनता के बीच रहेंगे। लोकसभा चुनाव के लिए अभी से तैयारी करनी होगी। गहलोत ने मीडिया के सवाल पर कहा कि पार्टी में अब उनकी भूमिका साधारण कार्यकर्ता के रूप में रहेगी। हमारा वोट शेयर कम नहीं हुआ। जो निर्दलीय जीते थे, वो तरफ चला वोट शेयर भाजपा की लोकल मुद्दों पर लड़ा। गया। कांग्रेस ने चुनाव विकास और की। बैठक में सुझाव दिया है कि लोकसभा के लिए उम्मीदवार की तलाश अभी से हो।

Join Whatsapp
खबरें और विज्ञापन के लिए इस नंबर पर व्हाट्सएप करें- 76659 80000 |खबरें और विज्ञापन के लिए इस नंबर पर व्हाट्सएप करें- 76659 80000 |