
उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर ताल ठोकने वाले नेता को कांग्रेस ने किया निष्कासित, कहा- चमचागिरी नहीं होती






खुलासा न्यूज नेटवर्क। देवली- उनियारा विधान सभा उपचुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़ रहे नरेश मीणा को कांग्रेस पार्टी ने निलंबित कर दिया है। इसके आदेश पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा ने जारी किए है। हालांकि नरेश मीणा को सस्पेंड करने के लिए जिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष की ओर से कोई पत्र नहीं भेजा गया था।
पार्टी से निष्कासन के बाद नरेश मीणा ने कहा कि मैं कांग्रेस की 25 साल से सेवा कर था। मेरे पिता ब्लॉक अध्यक्ष रहे हैं। यूँ कहे कि खून में ही कांग्रेस है। लेकिन चमचागिरी नहीं होती है, सच को सच और झूठ को झूठ कहने की आदत है। इसी के चलते 2023 में भी निर्दलीय के रूप में छबड़ा से 44 हजार वोट लेकर बहुत कम वोट से हारा था। फिर पार्टी ने वापस यह कहकर शामिल कर लिया कि मौका आने पर टिकट दिया जाएगा। ये उप चुनाव का मौका आया, टिकट मांगा लेकिन नहीं दिया।
मैंने तो यहां तक कह दिया था कि मुझे नहीं तो पार्टी के कर्मठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री नमोनारायण मीणा समेत अन्य स्थानीय को टिकट दे दो, लेकिन कांग्रेस ने सांसद के कहने पर एक माह पहले तक बीजेपी से टिकट मांग रहे बीजेपी के कस्तूर चंद मीणा को टिकट दे दिया। यह बर्दशत नहीं हुआ।
किसी कांग्रेस नेता टिकट देते तो चुनाव नहीं लड़ता, लेकिन बीजेपी के व्यक्ति को कांग्रेस का टिकट दिया तो देवली – उनियारा की जनता ने कहा कि चुनाव लडऩा चाहिए। हम बीजेपी से आए कार्यकर्ता को वोट नहीं देंगे। लोगों की मांग पर निर्दलीय चुनाव मैदान में हूं। संस्पेंड करना पार्टी का अधिकार है, लेकिन मैं चुनाव नहीं लड़कर जनता की भावना को ठेस नहीं पहुंचाना चाहता हूं। अब निर्णय जनता को करना है।


