
रोड लाइट के नाम पर कांग्रेस पार्षदों का निगम में हल्ला बोल




खुलासा न्यूज,बीकानेर। दीपावली पर शहर में अंधेरा है लेकिन नगर निगम में कांग्रेस व भाजपा पार्षदों की राजनीति लगातार चमक रही है। मंगलवार को भाजपा पार्षदों ने विरोध दर्ज कराया कि राज्य सरकार रोड लाइट टेंडर में अड़ंगे डाल रही है तो बुधवार को कांग्रेस पार्षदों ने विरोध दर्ज कराया कि संबंधित कांट्रेक्टर्स को राहत देने के लिए रोड लाइट के टेंडर जान बूझकर स्थगित कर दिए गए हैं। इन दोनों राजनीतिक दलों की अंदरुनी राजनीति के बीच दीपावली पर शहर के किसी भी वार्ड में बंद रोड लाइट फिर से शुरू करने का काम नहीं हो पाया है।दरअसल, बीकानेर में रोड लाइट का काम ठेके पर दिया हुआ है। आमतौर पर दीपावली पर हर वार्ड में ठेकेदार बंद लाइट को बदल देता है। बीकानेर पूर्व और पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के लिए होने वाले ठेकों को आगे नहीं बढ़ाया गया। भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस सरकार उनके रोड लाइट्स ठेेकों पर अड़ंगे लगा रही है। जयपुर मुख्यालय से बार बार इस पर आपत्ति हो रही है जबकि दूसरी तरफ कांग्रेस पार्षदों का आरोप है कि भाजपा का निगम बोर्ड जानबूझकर ठेकेदारों को राहत देने के लिए टेंडर नहीं निकाल रहा। राज्य की कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए पूरे शहर के अस्सी वार्डों में एक भी रोड लाइट लगाने का काम नहीं किया।
क्या कहती है महापौर
उधर, महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित का कहना है कि दोनों विधानसभा क्षेत्रों में रोड लाइट के लिए टेंडर लगाये गए थे। बीकानेर पश्चिम में जिन कंपनियों ने टेंडर में हिस्सा लिया, उन्होंने अपना अनुभव प्रमाण पत्र ही नहीं लगाया। ऐसे में यह खारिज हो गया। वहीं बीकानेर पश्चिम के लिए इन्हीं कंपनियों ने टेंडर लगाये तो उनके रिकार्ड की जांच कमेटी कर रही है। जैसे ही जांच कार्य पूरा होगा टेंडर कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि शहर अंधेरे में नहीं है बल्कि कुछ नई रोड लाइट्स लेने के लिए टेंडर हो रहे हैं। वर्तमान में पूरे शहर में रोड लाइट्स लगातार जल रही है।




