
कांग्रेस-भाजपा में इन वार्डों को लेकर गहमागहमी,कार्यकर्ता नाराज






बीकानेर। निकाय चुनाव को लेकर दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों में घमासान जारी है। बताया जा रहा है कि जयपुर में बैठकों के चल रहे दौर में प्रदेश के पदाधिकारी किसी अंतिम निर्णय में पहुंचने की स्थिति में नहीं दिख रहे है। टिकट वितरण को लेकर कांग्रेस व भाजपा के विरोध के स्वर अभी से मुखर होने लगे है। कई दावेदार तो सीधे जयपुर ही पहुंचकर अपने स्तर पर दबाव बनाने में जुट गए है। पता चला है कि दोनों ही दल वर्तमान पार्षदों को टिकट नहीं देने पर विचार कर रहे है। जिससे पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराजगी हो रही है।
जानकारी मिली है कि जयपुर में चल रही बैठक में कई वार्डों में गहमागहमी का माहौल बना हुआ है। ऐसी भी खबरें आ रही है कि जिनका पैनल में नाम तक नहीं है,उनके नामों पर प्रमुखता से चर्चा हो रही है। जिससे कार्यकर्ताओं में रोष की स्थिति बनी हुई है। सूत्रों के अनुसार वार्ड 7,8,12,38,39,50,58,64,65,74 नंबर वार्ड को लेकर स्थिति उहापोह की बनी हुई है।
टिकट बेचने तक के आरोप
विश्वस्त सूत्र बता रहे कि बीकानेर के एक प्रभारी पर उपहार व रूपये लेकर टिकट बेचने तक के आरोप लगाये जा रहे है। एक दावेदार ने अपना नाम न छापने की शर्तें पर बताया कि इस प्रभारी ने पैनल में नाम नहीं होने के बाद भी पार्टी के कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर बाहरी लोंगो को टिकट देने के लिये पुरजोर पैरवी कर रहे है। तो कुछ महापौर की दो दावेदारों को जबरन उनकी इच्छा के विपरित दूसरे वार्डों से टिकट दिया जा रहा है।
कांग्रेस में भी घमासान
जानकारी मिली है कि भाजपा की तरह कांग्रेस में भी घमासान के हालात है। दो दिनों तक बीकानेर में मंथन के बाद भी स्थिति साफ नहीं हो पाई है। कांग्रेस में वार्ड 19,35,42,56,57,58,71,73,79 में विवाद अब भी बना हुआ है। जहां कांग्रेस के पदाधिकारी ही अपने चेहतों को टिकट दिलाने में कसरत कर रहे है।
निर्दलिय बिगाड़ेगें समीकरण
टिकटों की घोषणा के साथ ही दोनों पार्टियों में विद्रोह की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। सोशल मीडिया व अपने मोहल्लों में अपने आप को प्रत्याशी के रूप में पेश कर चुके अनेक दावेदार टिकट न मिलने पर निर्दलिय के रूप में चुनाव मैदान में उतरेंगे।

