
फिर मनरेगा में घालमेल की शिकायत,आखिर क्यों नहीं हो रही कार्यवाही






बीकानेर। मनरेगा कार्य के द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार देने की पहल केन्द्र व राज्य सरकार की ओर की गई है। लेकिन आएं दिन मनरेगा कार्यों में घालमेल की शिकायतें सामने आती है। परन्तु जिला प्रशासन की ओर से कार्यवाही न के बराबर होती है। इस बार मामला छत्तरगढ़ तहसील के राजासर भाटीयान का है। जहां ग्रेवल सड़क निर्माण में न केवल क्वालिटी पर ध्यान दिया गया। बल्कि गांव से बाहर गये लोगों के नाम से भी मस्टरोल भरकर भुगतान उठा लिया गया है। इसको लेकर गांव के पूनमचंद पुरोहित ने जिला कलक्टर को शिकायत भी दी है। शिकायत करने के एक पखवाड़े के बाद भी न तो इस मामले को लेकर जिला परिषद ने गंभीरता दिखाई है और न ही जिला प्रशासन की ओर से ठोस कार्यवाही की गई है। जबकि पूर्व में 23 जून को भी इस संदर्भ में जिला कलक्टर कार्यालय में शिकायत दर्ज करवाई जा चुकी है।
घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग
ग्रामीणों ने बताया कि यहां चल रहे सड़क निर्माण कार्य में भी सामग्री घटिया उपयोग में ली जा रही है। अगर सरकारी ठेके की नियम शर्तों की बात करें तो उनके अनुकुल निर्माण कार्य नहीं किया जा रहा है। पता चला है कि सड़क निर्माण में 8 इ ंच माल लगाने के स्थान पर 1 इंच माल भराई की जा रही है। वहीं सीमेन्ट की टाइल्स भी नियमानुसार नहीं लगाकर महज खानापूर्ति का काम ही किया जा रहा है। इसकी शिकायत जब लूणकरणसर के सहायक अभियंता धीरदान को की गई तो उन्होंने मौके का मुआयना कर शिकायत को सही पाया।
मजदूर बीकानेर से बाहर ओर उठ गया भुगतान
मंजर तो यह है कि इस कार्य के दौरान एक श्रमिक मुनाफ खां (आईडी 50398914)मई व जून के अवधि के दौरान महाराष्ट्र थे। फिर भी उनका भुगतान उठ गया।


