इन जिलों के कलक्टरों के होंगे तबादले, 125 अफसरों को किया जायेगा इधर- उधर

इन जिलों के कलक्टरों के होंगे तबादले, 125 अफसरों को किया जायेगा इधर- उधर

जयपुर। राज्य सरकार चुनावी वर्ष में प्रवेश कर चुकी है। अब प्रशासनिक कसरत की जा रही है। माना जा रहा है कि करीब 25 IAS और 100 RAS अफसरों के तबादले जल्द हो सकते हैं।राज्य सरकार ने चुनावी वर्ष में ब्यूरोक्रेसी को एक बार फिर कसने की तैयारी की है। सीएम अशोक गहलोत की मंशा है कि ब्यूरोक्रेसी अब तक की बजट घोषणाओं और आगे आने वाली योजनाओं व सेवाओं पर खास फोकस करें।सरकार अब चुनावी वर्ष में प्रवेश कर चुकी है। राजनीतिक तैयारियों के साथ उसके लिए प्रशासनिक कसरत भी जरूरी है। इसके तहत करीब 25 IAS अफसरों और लगभग 100 RAS अफसरों के तबादले किए जाने हैं।प्रदेश के 33 जिलों में से 7 से10 जिलों में कलेक्टर भी बदले जाने की संभावना है। कार्मिक विभाग इस कवायद में जुटा है। चुनावी वर्ष में संभवत: यह आखरी बार का बड़ा फेरबदल होगा। इसके बाद कोई बड़ी तबादला सूची IAS-RAS कैडर की नहीं आने वाली। फिलहाल प्रदेश में 894 RAS अफसर और 245 IAS अफसर कार्यरत हैं।करीब 20 IAS अफसरों के पास एक से अधिक पदों का अतिरिक्त कार्यभार (एडिशनल चार्ज) है। उनका कार्यभार कम करने की कोशिश भी इस नई तबादला सूची में की जाएगी। वर्ष 2022 में 19 IAS अफसरों के रिटायर होने से यह स्थिति बनी कि उनके पदभार को अतिरिक्त कार्यभार के रूप में दूसरे अफसरों को दे दिया गया।यह अस्थाई रूप से दिया था, अब इसमें सुधार किया जाएगा। अतिरिक्त मुख्य वित्त सचिव अखिल अरोड़ा के पास सूचना तकनीकी विभाग का भी कार्यभार है। ऐसे ही उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव भवानी सिंह देथा के पास आयोजना विभाग के प्रमुख सचिव का कार्यभार भी है।इस तरह से अन्य IAS अफसर भी हैं, जिन्हें बड़े-बड़े दो विभागों या एक से अधिक पदों का कार्यभार सौंपा हुआ है। वे ज्यादा फोकस होकर एक विभाग-एक पद के काम को ही देख पाते हैं। अब नई सूची में इस असंतुलन को भी दूर किया जाएगा।वर्ष 2023 में मुख्य सचिव उषा शर्मा सहित 11 IAS अफसर रिटायर होंगे। इनमें से 9 अफसर अगले 5 महीनों में रिटायर हो जाएंगे। इन अफसरों में वीनू गुप्ता, नीलकमल दरबारी, पवन कुमार गोयल, विनीता श्रीवास्तव, जितेन्द्र उपाध्याय, यज्ञमित्र सिंह देव, चौथी राम मीणा, रेणु जयपाल, उज्ज्वल राठौड़, महेन्द्र पारख व सोहन लाल शर्मा शामिल हैं।ऐसे में अब जो तबादला सूची आएगी उनमें इन अधिकारियों के विकल्प के रूप में भी नए अफसरों के नामों पर मशक्कत जारी है। साथ ही हाल ही करीब सप्ताह भर पहले जिन IAS अफसरों का शासन सचिव से प्रमुख सचिव के पदों पर प्रमोशन हुआ है, उन्हें भी उनकी सीनियरिटी के हिसाब से नए पदभार दिए जाने पर मशक्कत की जा रही है।सीएम अशोक गहलोत चाहते हैं कि चुनावी वर्ष में ब्यूरोक्रेसी फ्लैगशिप योजनाओं की मॉनिटरिंग, बजट घोषणाओं का कार्यान्वयन और विभिन्न सरकारी सेवाओं की डिलीवरी को आमजन के लिए आसान बनाने पर फोकस करे। इसके लिए सीएम गहलोत चाहते हैं कि चुनावी वर्ष में सरकारी तंत्र के प्रति जनता में कहीं कोई शिकायत का भाव या नाराजगी पैदा न हो।हाल ही ACB (पुलिस) के कार्यवाहक मुखिया अफसर द्वारा जारी किए गए एक विवादित आदेश के चलते सरकार को जनता की नेगेटिविटी का सामना करना पड़ा। सीएम गहलोत ने जनता का मूड भांप कर उस आदेश को तुरंत वापस करवा दिया। अब CS का तर्क है कि ब्यूरोक्रेसी के स्तर पर ऐसा कुछ न हो कि उसकी कीमत सरकार को जनता की नाराजगी फेस कर के चुकानी पड़े।

इन जिलों के बदले जा सकते हैं कलेक्टर

टोंक में चिन्मई गोपाल, बाड़मेर में लोक बंधु, उदयपुर में ताराचंद मीणा, भरतपुर में आलोक रंजन, अजमेर में अंशदीप, चूरू में सिद्धार्थ सिहाग, बांसवाड़ा में प्रकाश चंद्र शर्मा कलेक्टर हैं। इन जिलों में कलेक्टर बदले जाने की पूरी संभावना है।

अब तक 2015-16 बैच के अफसर कलेक्टर बन चुके हैं। ऐसे में अब अगले बैच के किन्हीं युवा अफसरों को (2016, 2017, से 2018) कलेक्टर बनाया जा सकता है। जिलों में सरकार और प्रशासन का फेस कलेक्टर ही होते हैं। जिले में सबसे बड़ा पद होने के कारण सरकारी योजनाओं की मॉनिटरिंग से लेकर प्रशासनिक व्यवस्था कलेक्टर ही संभालते हैं।

लगभग 100 RAS अफसरों के भी होंगे तबादले

RAS कैडर में जल्द ही लगभग 100 अफसरों के तबादलों की एक सूची आ सकती है। RAS अफसर सरकार और ब्यूरोक्रेसी की सबसे अहम कड़ी है। वे सरकारी योजनाओं को मॉनिटरिंग करने से लेकर कानून-व्यवस्था संभालने जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां उनके पास होती हैं।

हाल ही करीब 250 RAS अफसरों के तबादले हुए थे। अब लगभग 100 अफसरों के तबादले और होने हैं। इनमें ज्यादातर मंत्रियों-विधायकों की अनुशंसा के आधार पर ही होने हैं, ताकि क्षेत्र में चुनावी वर्ष में उनकी पकड़ सरकारी तंत्र पर बनी रहे।

हाल ही मुख्य सचिव ऊषा शर्मा और जिलों के प्रभारी IAS अफसरों से उनके दौरों के दौरान जिला कलेक्टरों ने कई रिक्त पदों पर RAS अफसर जल्द नियुक्त करने की मांग भी की थी। जिला परिषद के CEO, अतिरिक्त जिला कलेक्टर, SDM, जिला रसद अधिकारी, नगर निगम आयुक्त, UIT सचिव जैसे 100 से ज्यादा ऐसे पद हैं, जहां RAS अफसर ही सरकार का फेस होते हैं।

ऐसे में चुनावी वर्ष में उनकी भूमिका किसी भी अन्य प्रशासनिक कैडर की तुलना में ज्यादा खास हो जाती है। मंत्रियों-विधायकों की भी चुनावी वर्ष में यह मांग रहती है कि उनके जिलों में महत्वपूर्ण प्रशासनिक पद पर उनकी अनुशंसा के अनुसार ही RAS अफसर लगाए जाएं।

इस वर्ष की बड़ी और सबसे महत्वपूर्ण तबादला सूची होगी

अब जो तबादले होने हैं वो सूचियां इस वर्ष की सबसे बड़ी और अत्यंत महत्वपूर्ण होंगी। 23 जनवरी से विधानसभा सत्र चलेगा जो करीब एक महीने तक रहेगा। ऐसे में उस दौरान आम तौर पर तबादले नहीं किए जाते। फरवरी के अंत तक यह बजट सत्र खत्म होगा उसके बाद बजट को लागू करना ही सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता होगी।

सरकार के पास मार्च से लेकर अगस्त तक के करीब 5 महीनों का समय ही बचेगा जिनमें उसे बजट घोषणाओं को पूरा करना है। अगस्त-सितंबर के मध्य चुनाव आचार संहिता लग जाएगी। उसके बाद तबादले केवल इक्का-दुक्का ही होते हैं और वह भी चुनाव आयोग की अनुमति के बाद। ऐसे में माना जा रहा है कि यह तबादला सूची बड़ी और महत्वपूर्ण होगी।

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