
राजस्थान बोर्ड की परीक्षा को लेकर सीएम गहलोत ने कही ये बड़ी बात





खुलासा न्यूज़, जयपुर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Rajasthan Board of Secondary Education) की 10वीं और 12वीं की बची हुई परीक्षाएं फिलहाल स्थगित रखने का ही फैसला किया गया है। शुक्रवार को सीएम अशोक गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये शिक्षा से जुड़े मामलों की समीक्षा करते हुए कई फैसले किए। इसमें यह भी तय किया गया कि बोर्ड की इन दोनों कक्षाओं की बची हुई परीक्षाओं (Examinations) को लेकर सीबीएसई के फैसले के आधार पर ही बाद में कुछ तय किया जाएगा।
परीक्षाओं की अभी यह है स्थिति
राजस्थान बोर्ड की इन परीक्षाओं को गत 19 मार्च को कोरोना संक्रमण के कारण स्थगित कर दिया गया था। 12वीं बोर्ड की परीक्षा 5 मार्च से शुरू हुई थी। यह 3 अप्रेल को समाप्त होनी थी।. इसके तीनों संकाय के कुछ पेपर बाकी हैं. वहीं 10वीं बोर्ड की परीक्षा 12 मार्च से शुरू हुईं थी। यह 24 मार्च को समाप्त होनी थी। इसके अभी 3 पेपर बाकी हैं. इनके अलावा 8वीं की परीक्षा भी चल रही थी. इसके भी अभी 2-3 पेपर बाकी हैं. 5वीं की परीक्षा 24 मार्च से शुरू होनी थी. यह शुरू ही नहीं हो पाई हैं. प्रदेश में इसके अलावा सभी विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं भी स्थगित की जा चुकी हैं।
शिक्षा का अधिकार कानून में भी किया बदलाव
वीसी में सीएम गहलोत ने शिक्षा का अधिकार कानून (RTE) में बदलाव पर मुहर लगाते हुए इसकी आय सीमा का दायरा भी बढ़ा दिया है. अब इसे 1 लाख से बढ़ाकर ढाई लाख रुपए कर दिया गया है. 2.5 लाख रुपए सालाना आय वाले परिवार का बच्चा भी इससे लाभान्वित हो सकेगा। आरटीई कोटे से निजी स्कूलों में प्रवेश के लिए लॉटरी निकाली जाती है. इन बच्चों का खर्चा राज्य सरकार उठाती है. अब आय सीमा का दायरा बढ़ जाने से इसका फायदा हजारों अन्य बच्चों को भी मिल सकेगा. पहले भी इसकी आय सीमा ढाई लाख रुपए ही थी, लेकिन पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार इसमें बदलाव इसे 1 लाख कर दिया था. अब गहलोत सरकार ने उसमें फिर बदलाव कर दिया है।

