
बीकानेर में तरसा रहे हैं बादल, फसलों को हो रहा नुकसान, कब होंगे इन्द्रदेव मेहरबान






खुलासा न्यूज, बीकानेर। बीकानेर में मानसून बिना बरसे विदाई की ओर जाता नजर आ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर इलाके में मानसून का औसत समय दस जुलाई से इकतीस अगस्त तक माना गया है। मौसम विशेषज्ञ बताते हैं कि अब तक हुए अधिकांश रिसर्च में इस इलाके में वर्षा इसी अवधि में अधिकतम होती रही है लेकिन इस बार बीकानेर में अब तक व्यापक वर्षा वाले हालात नहीं बने हैं।
इस बार मानसून का औसत समय समाप्त होने में महज नौ दिन शेष हैं, ऐसे में अब मौसम के हालात देखते हुए वर्षा की काफी कम संभावना जताई जा रही है।
मानसून बाद की वर्षा ज्यादा उपयोगी नहीं
कृषि के जानकार बताते हैं कि इन दिनों मूंग, ग्वार, बाजारा आदि की फसलों को नहरी पानी के साथ बरसात के पानी की भी जरूरत है। बरसात नहीं होने से फसलों पर बुरा असर पड़ेगा। इस बार हो सकता है पोस्ट मानसून यानी मानसून की औसत अवधि के बाद की वर्षा हो जाए, तो यह पीने के पानी या ग्राउंड लेवल वाटर को बढ़ाने वाली तो हो सकती हैं लेकिन फसलों के लिए ज्यादा उपयोगी साबित नहीं होती।
तापमान में कमी, लेकिन बरसात का इंतजार
रविवार को सुबह से ही बीकानेर जिले में बादल छाए हैं। इस दौरान गर्मी में कमी आई है लेकिन बरसात का अब भी इंतजार है।


