
दो अलग-अलग थानों के दो कांस्टेबलों की मौत, मुख्यमंत्री गहलोत ने अर्पित की श्रद्धाजंलि






जयपुर: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के कोटडी और रायला थाना क्षेत्रों में शनिवार देर रात नाकेबंदी के दौरान अलग-अलग वाहनों में सवार कथित मादक पदार्थों के हथियारबंद तस्करों द्वारा की गई गोलीबारी में दोनों थानों के एक-एक कांस्टेबल की मौत हो गई.
मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्वीट कर दी मृतक कांस्टेबलों को श्रद्धाजंलिः
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मृतक कांस्टेबलों को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए ट्वीट किया कि भीलवाड़ा में अपराधिक घटना में शहीद हुए राजस्थान पुलिस के दो बहादुर जवानों पवन चौधरी एवं ऊंकार रायका को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. आपके बलिदान को शत-शत नमन.
गोलीबारी में हुई दो कांस्टेबलों की मौतः
भीलवाड़ा की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंचल मिश्रा ने बताया कि तस्करों के संबंध में प्राप्त सूचना के आधार पर नाकेबंदी कर वाहनों की जांच की जा रही थी, उसी दौरान वाहनों में सवार हथियाबंद तस्करों ने गोलियां चलायीं जिसमें कोटडी थाने के कांस्टेबल ऊंकार की गोली लगने से मौत हो गई. उन्होंने बताया कि उसके बाद वाहनों में सवार हथियार बंद तस्करों की तलाशी के लिए पूरे जिले में नाकेबंदी कराई गई. जब रायला थाने की पुलिस नाकाबंदी कर रही थी उसी दौरान वहां से एक स्कार्पियो और मादक पदार्थों से भरे एक वाहन से पुलिस पर गोलीबारी की गई. पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की. घटना में रायला थाने में तैनात कांस्टेबल पवन चौधरी की गोली लगने से मौत हो गई.
मामले में अभी तक नहीं हुई कोई गिरफ्तारीः
चंचल मिश्रा बताया कि अभी तक इस संबंध में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. मादक पदार्थ से भरा एक पिकअप वाहन पुलिस ने रायला थाना क्षेत्र से बरामद किया है. पुलिस ने नाकेबंदी तोड़कर निकली स्कार्पियो को भी बरामद कर लिया है. उन्होंने बताया कि दोनों थानों में दो अलग-अलग अज्ञात बदमाशों के खिलाफ हत्या और राजकार्य में बाधा की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
भाजपा अध्यक्ष सतीष पूनिया ने सरकार पर साधा निशानाः
वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां और भीलवाड़ा से भाजपा सांसद भागीरथ चौधरी ने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए राज्य सरकार पर आरोप लगाया है. पूनियां ने ट्वीट के जरिये कहा कि ‘‘हे भगवान… आज फिर अपराध सुर्खियों में हैं. कल रात भीलवाड़ा में तस्करों ने जांबाज सिपाहियों की जान ले ली; लोहार्गल की पहाड़ियों में आदमी को जिंदा जला दिया, खेड़ली और नागौर में बालिकाओं के साथ दुष्कर्म, बेहतर है सरकार पुलिस की पंच लाईन बदल दे! “अपराधियों में भरोसा-आम जन में भय.
पुलिसकर्मियों को शहीद का दर्जा देने की मांगः
वहीं दूसरी ओर भागीरथ चौधरी ने कहा कि हमले में मारे गए पुलिसकर्मियों को जब तक शहीद का दर्जा नहीं दिया जाएगा वो उनके शवों का पोस्टमार्टम नहीं होने देंगे. चौधरी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है और ऐसा लगता है कि राज्य में कोई सरकार नहीं है. पुलिसकर्मी खुलेआम मारे जा रहे है. पुलिस का मनोबल नीचे है. हम तब तक पोस्टमार्टम नहीं होने देंगे जब तक कि मृतक पुलिसकर्मियों को शहीद का दर्जा नहीं दिया जाता.


